दंतेवाड़ा जिले में चल रहे लोन वर्राटू (घर वापसी) अभियान के तहत सोमवार को चार नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। इन पर विभिन्न थानों में कई मामले दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि नक्सलियों ने माओवादियों की खोखली विचारधारा, भेदभाव पूर्ण व्यवहार और प्रताड़ना से तंग आकर समर्पण करने का फैसला किया है।
पुलिस के सामने अलग-अलग गांव के नक्सली कोपा उर्फ सुधरू पिता लक्खू तेलाम उम्र 41 वर्ष, सोमारू कड़ती पिता मंगू कड़ती उम्र 44 वर्ष, मितु कुंजाम पिता लखमू कुंजाम उम्र 23 वर्ष और सुखराम भास्कर पिता बुधु भास्कर उम्र 51 वर्ष ने आत्मसमर्पण किया। ये सभी हत्या, रेलवे पटरी उखाड़ने, तथा रेडियो सेट, रेलवे उपकरण, मोबाईल लूटने तथा पुलिस पार्टी को मारने के लिये बम लगाने एवं उनके ऊपर फायरिंग करने की घटना में एवं रेल इंजन को रोककर तोड़फोड़ कर आगजनी एवं पुलिस पार्टी पर हमला करने की घटना में शामिल थे।
पुलिस ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों ने पुलिस को जानकारी दी है कि उन्होंने माओवादी संगठन की खोखली विचारधारा से तंग आकर तथा लोन वर्राटू अभियान से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण करने का फैसला किया है।
जिले में माओवादियों को आत्मसमर्पण के लिए प्रेरित करने के लिए लोन वर्राटू अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत जिले के थाने, पंचायत भवनों और अन्य सार्वजनिक स्थानों में नक्सलियों का नाम चस्पा कर उनसे आत्मसमर्पण करने का अनुरोध किया जा रहा है। इस अभियान के शुरू होने के बाद से अब तक 108 इनामी नक्सलियों समेत कुल 408 नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के सामने आत्मसमर्पण किया है।