बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में दो दिन पहले दो टुकड़ों में एक नवजात बच्ची का शव मिला था। अब इस मामले में चौकाने वाला खुलासा हुआ है।
दरअसल, मासूम बच्ची की हत्या उसकी 46 साल की मां ने ही की थी वो भी जमीन पर पटकरकर। बच्ची को बेरहमी से मारने के बाद हत्यारन महिला ने शव को गड्ढे में छिपा दिया था, जिसे कुत्तों ने नोच लिया था। महिला ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि उसकी पहले से ही छह बेटियां हैं और उसके प्रेमी से उसे सातवीं बेटी पैदा हो गई थी। मामला तोरवा थाना क्षेत्र के देवरीडीह गांव का है।
जानकारी के अनुसार, नवजात बच्ची की हत्या के मामले का खुलासा तब हुआ, जब देवरीडीह निवासी गुड्डी विश्वकर्मा ने बुधवार सुबह अपने घर के आंगन में मासूम बच्ची का शव देखा। बच्ची के शव के 2 टुकड़े कर दिए गए थे। उसका धड़ सिर से अलग हो चुका था। इस दर्दनाक घटना को देखकर उसने पुलिस को सूचना दी थी।
मौके पर पहुंची पुलिस ने यह आशंका जताई थी कि शव को कुत्तों ने नोच लिया होगा और शव को आंगन में लाकर फेंक दिया होगा।
गर्भपात कराने का किया था प्रयास
घटना के बाद पुलिस ने जांच पड़ताल करनी शुरू की। आस-पास के लोगों से पूछताछ के दौरान पता चला कि गांव की राधिका यादव नाम की महिला गर्भवती थी। इसके बाद पुलिस ने राधिका को हिरासत में लिया और कड़ाई से पूछताछ की।
फिर उसने बताया कि पिछले 3 साल से उसका किसी व्यक्ति के साथ प्रेम चल रहा है। इससे वह गर्भवती हो गई थी। उसने बताया कि उसने गर्भपात कराने की भी कोशिश की लेकिन वह सफल नहीं रही।
इसके बाद 5 फरवरी को उसकी बच्ची ने जन्म लिया तो उसने पहले 3 दिन तक उसे अपने पास ही रखा। इसके बाद बच्ची को 8 से 9 तारीख की रात को जमीन में पटक-पटक कर मार डाला। इसके बाद उसने शव को गड्ढे में छिपा दिया था।
महिला का कहना है कुत्तों ने बच्ची के शरीर को नोचा होगा। इस वजह से उसके 2 टुकड़े हो गए। बता दें कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी बच्ची के सिर में क्लोटिंग की बात सामने आई थी।
टीआई सुरेन्द्र स्वर्णकार ने बताया कि आसपास के लोगों से जब पूछताछ की गई तो उन्होंने पुलिस को बताया कि जब राधिका गर्भवती हुई तो वह आसपास के लोगों से छिपकर रहती थी, ताकि किसी को उसके गर्भवती होने की खबर ना हो। जब वह डिलीवरी कराए तो भी इसका पता किसी को भी ना चल पाए। लेकिन इसके बावजूद भी आस-पास के कुछ लोगों को उसके गर्भवती होने की बात पता चल गई थी।
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