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Dangerous Railway : आपने अपनी जिंदगी में बहुत सी ट्रेनों में सफर शुरू किया होगा।इसी के साथ आप ने अलग-अलग ट्रेनों के बारे में भी सुना होगा और हर किसी की अपनी कुछ खासियत भी होगी।कोई पहाड़ों पर चलने वाली ट्रेन होती है, जिसकी रफ्तार काफी कम हो, कुछ सुपरफास्ट ट्रेन होती हैं, जो मिनटों में रफ्तार पकड़ लेती हैं तो कुछ पैसेंजर ट्रेन, जो घंटों लगा देती हैं।आज हम आपको इन सबसे अलग हैंगिंग ट्रेन (Hanging Rail in Germany) के बारे में बताते हैं, ये ट्रेन रेलवे ट्रैक के ऊपर नहीं बल्कि नीचे लटककर चलती है।
ट्रेन की तस्वीरें देखकर ही आप डर जाएंगे, लेकिन इसमें सफर करने वाले लोगों को इससे ज़रा भी डर नहीं लगता। ये खूबसूरत नज़ारों को दिखाती हुई तेज रफ्तार में चलती है। ये ट्रेन न सिर्फ जर्मनी के वप्पर्टल के सुंदर दृश्य को बल्कि लटकती हुई ट्रेन में सफर करने को भी यादगार बना देती है।दुनिया भर से हज़ारों-लाखों लोग यहां सिर्फ और सिर्फ ये अनोखा सफर करने और उल्टी-पुल्टी ट्रेन देखने के लिए ही पहुंचते हैं।
1902 से चल रही है अनोखी रेल
इतिहास के मुताबिक यह ट्रेन कोई 21वीं सदी की बात नहीं है, लटककर चलने वाली अनोखी ट्रेन को अब से सदी भर पहले साल 1901 में शुरू किया गया था। ट्रेन का रूट बनाने से पहले ही शहर इतना डेवलेप हो चुका था कि ट्रैक बिछाने की जगह ही नहीं बची थी। तभी ट्रैक को ऊपर लगाकर हवा में लटकती हुई ट्रेन चलाने का आइडिया आया। जो नज़ारा देखने में किसी साइंस फिक्शन से निकला हुआ लग रहा है, ये 120 साल से यहां के लोग देख रहे हैं।
सोशल मीडिया पर इस अनोखे रेलवे के वीडियो और तस्वीरें अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर शेयर किए जाते रहे हैं। @urbanthoughts11 नाम के ट्विटर अकाउंट से भी इस सफर का वीडियो साझा किया गया।
हज़ारों लोग करते हैं उल्टी ट्रेन में सफर
13.3 किलोमीटर की दूरी तय करने वाली इस ट्रेन को मोनरेल भी कहा जाता है।ये एक फिक्स्ड ट्रैक पर सड़कों से ऊपर होती हुई गुजरती है। नदी, रास्ते, झरने और दूसरी चीज़ों को क्रॉस करती हुई ये ट्रेन लटके-लटके ही सफर पूरा कराती है।
सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक जर्मनी के अलावा दुनिया में सिर्फ जापान ऐसा देश है, जहां सस्पेंशन रेलवे पाया जाता है।सबसे दिलचस्प बात ये है कि ये ट्रैक 121 साल से ऑपरेशनल है, ट्रेन से रोज़ाना 82 हज़ार लोग सफर करते हैं।
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