अगर आप भी Corona Vaccine लगवा चुके हैं और अब बिना मास्क या सोशल डिस्टेंसिंग के अपना कामकाज कर रहे हैं तो आपको सावधान हो जानें की जरूरत है। देश में हो रहे वैक्सीनेशन को लेकर “विश्व स्वास्थ्य संगठन” (WHO) ने बड़ा खुलासा किया है। WHO ने बताया कि कोरोनावायरस (Coronavirus) से बचाव के लिए कोविशील्ड (Covishield) वैक्सिंग कि नकली खेत भारत और युगांडा से बरामद हुई है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने नकली कोविशील्ड(Covishield) वैक्सीन पर चेतावनी जारी की है। इस साल जुलाई-अगस्त में विश्व स्वास्थ्य संगठन को यह नकली वैक्सीन मिली है। इसके बाद कोविशील्ड (Covishield) वैक्सीन बनाने वाली सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ने भी इस बात की पुष्टि कर दी है कि बाजार में नकली कोविशील्ड (Covishield) वैक्सीन लोगों को दी जा रही है। जिनेवा स्थित डब्ल्यूएचओ मुख्यालय ने एक बयान जारी करते हुए बताया कि भारत और युगांडा में कोविशील्ड की नकली वैक्सीन बरामद हुई हैं।

ऐसे हुआ खुलासा
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बताया कि भारत में मिलीं नकली वैक्सीन(Vaccine) में बैच नंबर, उत्पादन की तारीख और एक्सपायरी डेट नहीं लिखी हुई है। जबकि युगांडा में मिलीं नकली वैक्सीन(Vaccine) पर उत्पादन की तारीख नहीं है। साथ ही वैक्सीन की मात्रा भी 2 एमएल लिखी हुई है, जबकि सीरम कंपनी द्वारा 2 एमएल में कोविशील्ड (Covishield) वैक्सीन का उत्पादन नहीं किया जाता है। सीरम कंपनी के अनुसार एक शीशी में 10 से 12 एमएल वैक्सीन की मात्रा होती है। वहीं पूरे मामले में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नकली वैक्सीन की शिकायत संज्ञान में है। जिला स्तर पर जांच कराई जाएगी।
WHO ने कहा, “नकली कोविड वैक्सीन लोगों के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकती है। यह किसी देश के लोगों और उसके हेल्थकेयर सिस्टम पर बड़ा बोझ डाल सकती है आम लोगों को नुकसान से बचाने के लिए नकली कोविड वैक्सीन की पहचान करना और उसे बाजार से बाहर करना बहुत जरूरी है।”
Back to top button