रायपुर। एक्ट्रेस कंगना रनौत अपने बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहती है। कंगना रनौत ने हाल ही में आजादी वाला बयान दिया है जिसको लेकर छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक ने अभिनेत्री पर पलटवार किया है।
किरणमयी ने तीखा तंज कसते हुए कहा कि कंगना का दिया गया यह बयान मानसिक दिवालियापन को दर्शाता है। वो ऐसे बकवास बयान देती हैं और इसके बदले में उन्हें पद्मश्री दिया गया है। अनपढ़ से अनपढ़ व्यक्ति और एक छोटा बच्चा भी आजादी का मतलब समझता है। केवल कंगना के कह देने मात्र से देश का आजादी का पूरा इतिहास नहीं बदला जा सकता।
राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक ने कहा कि जिसने नाखून भी नहीं कटाया, उन्हें शहीद का दर्जा चाहिए। माफी मांगने वालों की इनकी एक कौम है, जो पूरी तरह से अंधभक्त है। मानसिक दिवालियापन के चक्कर में इन्हें सारी उपाधियां प्रदान कर दी जाती है। एक अभिनेता जिन्होंने लोगों की जानें बचाई, उसे पद्मश्री नहीं दिया गया। किंतु बकवास और हेट स्पीच देने वाले को पद्मश्री से सम्मानित किया जा रहा है।
राष्ट्रपति द्वारा उनका पद्मश्री अवार्ड स्वतः संज्ञान से वापस ले लिया जाना चाहिए। यदि महिला आयोग में कंगना के खिलाफ कोई शिकायत दर्ज कराए, तो कार्रवाई होगी। इसलिए ऐसे मामले में पूरे देश की जनता को शिकायत करनी चाहिए।
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