छत्तीसगढ़

यहां खुलेगा छत्तीसगढ़ का पहला ‘किसान स्कूल’, अंगूठा छाप से लेकर डिग्रीधारी करेंगे पढ़ाई

छत्तीसगढ़ के ग्राम बहेराडीह में प्रदेश का पहला किसान स्कूल खुलेगा। अब खेती लागत घटाने तथा फसल का उत्पादन बढ़ाने के लिए ग्राम बहेराडीह के किसान अब किसानों के लिए स्कूल चला रहे हैं।
जिसमें किसान वैज्ञानिक ढंग से खेती होते देखेंगे और फिर खुद अपने खेतों में वैसा ही प्रयोग करेंगे। यह प्रदेश ही नहीं अपितु देश का पहला किसान स्कूल है जो किसानों के द्वारा किसानों के लिए खोला गया है। जहां अंगूठा छाप से लेकर डिग्रीधारी पढ़ाई करेंगे।
18 विषयों की होगी पढ़ाई
इस स्कूल में मशरूम उत्पादन, सब्जी खेती नर्सरी प्रबंधन, वेस्ट से बेस्ट बनाने की तकनीक, डेयरी उद्योग, जैविक खाद समन्वित कृषि प्रणाली, परम्परागत खेती, बॉयोगेस सयंत्र, अजोला खाद्य प्रसंस्करण, रैन वाटर हार्वेस्टिंग, मधुमक्खी पालन मछली पालन बकरी पालन, लाख उत्पादन, रेशम कीटपालन कृष्क अधिकार मूरखी पालन, सौर ऊर्जा तथा कृषि वानिकी आदि 18 विषयों पर किसानों को जानकारी दी जाएगी।
कृषि विज्ञान केंद्र से कम नहीं यह स्कूल 
एक समय था कि पिछले दस साल पहले कृषि विज्ञान केंद्र ने इस गांव को एक साल के लिए गोद लिया था। उसके बाद यहां के किसानों ने कृषि क्षेत्र में ऐसा काम किया कि इस गांव की पहचान विदेशों में भी होने लगी। यहां पर अमेरिका, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड व केनेडा के लोग भी कृषि के नवीन तकनीक देखने आते हैं।

Related Articles

Back to top button