छत्तीसगढ़सियासत

सत्ता के जरिए छत्तीसगढ़ महतारी को लूटकर संपति एकत्र करने में जुटे कांग्रेसी: ओपी चौधरी

कोयले घोटाले में अब करीब 221.5 करोड़ रुपए की संपति कुर्क की गई

रायगढ़। ईडी द्वारा बड़ी कार्यवाही करते हए पूर्व कलेक्टर रानू साहू सहित कांग्रेस विधायको की  51.40 करोड़ की संपति अटैच किए जाने के मामले में प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश भाजपा महामंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता इसलिए हासिल की है, ताकि कांग्रेसी छत्तीसगढ़ महतारी की संपत्ति को लूट कर गांधी परिवार को भेज सकें।

भ्रष्टाचार के मामले में कांग्रेस के पुराने इतिहास का जिक्र करते हुए भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस की नीति नियम और कर्म निरंतर भ्रष्टाचार को ही प्रोत्साहित करते रहे हैं। वहीं जीवन में आध्यात्मिकदर्शन का उल्लेख करते हुए कहा, गलत तरीके से एकत्र की गई संपति एक दिन मिट्टी में मिल जाएगी। एक जन सेवक को जनहित से जुड़े मुद्दे में इस तरह कार्य करना करना चाहिए ताकि  जनता के मध्य उसकी पहचान किसी दल की बजाय दिलों स्थापित हो सके।

प्रदेश महामंत्री ओपी चौधरी ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की आधिकारिक जानकारी के हवाले से कहा आईएएस, सूर्यकांत तिवारी, देवेंद्र यादव विधायक, चंद्रदेव प्रसाद राय विधायक, आरपी सिंह, विनोद तिवारी की 90 अचल संपत्तियों के तहत वाहनों, आभूषणों सहित 51.40  करोड़ रुपये की संपत्ति को अस्थायी रूप से कुर्क किया गया है।

यह कार्यवाही छत्तीसगढ़ राज्य में अवैध कोयला लेवी जबरन वसूली घोटाले के तहत की गई है। इसके पूर्व ईडी ने सूर्यकांत तिवारी, समीर विश्नोई आईएएस, सौम्या चौरसिया (छत्तीसगढ़ सिविल सेवा अधिकारी), सुनील अग्रवाल और अन्य की 170 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की थी।

कोयले घोटाले में अब करीब 221.5 करोड़ रुपए की संपति कुर्क की गई है। ईडी ने आयकर विभाग की शिकायत पर दर्ज प्राथमिकी के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की है। 145 से अधिक परिसरों में तलाशी ली गई है और अब तक 9 अभियुक्तों को पीएमएलए के तहत गिरफ्तार किया गया है। ये सभी महीनों से न्यायिक हिरासत में हैं।

जांच के दौरान  ईडी को जबरन वसूली रैकेट में 540 करोड़ रुपये के वसूली के इनपुट्स मिले हैं।

ओपी ने आरोप लगाते हुए  कहा कि कोयले घोटाले सहित आबकारी घोटाले में करोड़ों रुपए की वसूली सत्ता धारी दल से जुड़े नेताओ के इशारे पर की गई, यह पैसा छत्तीसगढ़ महतारी के गरीब जनता के हक का पैसा है।

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