मध्य प्रदेश में शहरों के नाम बदलने की राजनीति में अब एक और नाम जुड़ गया है। होशंगाबाद के बाद अब एमपी की राजधानी भोपाल का नाम बदलने की मांग की जा रही है। अब शिवराज सरकार में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने ‘भोपाल’ का नाम बदलकर ‘भोजपाल’ करने की मांग की है।
टीकमगढ़ में उन्होंने कहा, “मैंने भोपाल का नाम बदलकर भोजपाल करने के लिए एक अभियान शुरू किया था। मैंने इसके बारे में सरकार से अनुरोध किया था। अब जबकि होशंगाबाद (नर्मदापुरम) और बाबई (माखन नगर) के नाम बदल दिए गए हैं। तो मैं चाहता हूं कि भोपाल का नाम बदला जाएगा भोजपाल।” विश्वास सारंग ने कहा, ”भोपाल का नाम बदलकर भोजपाल करने के लिए मैं सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखने जा रहा हूं।”
वहीं विश्वास सारंग ने कहा कि हम गुलामी के हर प्रतीक को बदल देंगे। हमें गुलामी की याद दिलाने वाले शहरों और गांवों के नाम एमपी में नहीं रहने चाहिए, इस संकल्प के साथ होशंगाबाद का नाम बदल दिया गया है। उन्होंने कहा कि नर्मदा मैया हमारी जीवन रेखा है। नर्मदा के तट पर बसे होशंगाबाद को अब नर्मदापुरम कहा जाएगा। कांग्रेस नेता कहते हैं, ”यह हमारा भगवा एजेंडा है, भले ही इसे भगवा एजेंडा मान लें, हमें कोई दिक्कत नहीं है। भोपाल जिला प्रशासन के रिकॉर्ड में दर्ज जानकारी के मुताबिक भोपाल शब्द की व्युत्पत्ति भोजपाल से हुई है”