छत्तीसगढ़

रायगढ़: मां काली उद्योग के विस्तार से क्षेत्र में बढ़ेगा प्रदूषण, स्थानीय लोगों में आक्रोश

रायगढ़: जिले से लगभग 12 किलोमीटर दूर स्थित गेरवानी सरायपाली क्षेत्र में स्थित “मां काली” उद्योग के विस्तार के लिए इस महीने के अंत में जनसुनवाई आयोजित की जाएगी। स्थानीय लोगों का कहना है इस क्षेत्र में पहले से ही अत्यधिक औद्योगिक घनत्व से प्रभावित है, जिससे इस इलाके के दर्जनों गांवों के लोग गंभीर प्रदूषण का सामना कर रहे हैं।

गेरवानी और सरायपाली के आस-पास के क्षेत्रों में पहले से ही कई उद्योग स्थापित हैं, जिनकी वजह से वायु और जल प्रदूषण की समस्या गंभीर हो चुकी है। स्थानीय निवासियों को स्वास्थ्य समस्याओं के साथ-साथ पर्यावरणीय क्षति का भी सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में अगर “मां काली” और अन्य उद्योगों का विस्तार किया जाता है, तो यह न केवल क्षेत्र के लोगों की सेहत पर बुरा असर डालेगा, बल्कि स्थानीय इकोसिस्टम को भी भारी नुकसान पहुंचाएगा।

हजारों लोगों पर पड़ेगा प्रतिकूल प्रभाव
उद्योग के विस्तार से प्रदूषण के स्तर में और बढ़ोतरी होने की संभावना है, जिससे आसपास के हजारों निवासियों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे न केवल मानवीय जीवन प्रभावित होगा, बल्कि यह पर्यावरण के संतुलन को भी बिगाड़ सकता है।

जनसुनवाई में उठ सकते हैं बड़े सवाल
जनसुनवाई के दौरान स्थानीय लोग और पर्यावरणविद इस विस्तार के खिलाफ अपनी आवाज उठा सकते हैं। क्षेत्र में प्रदूषण की बढ़ती समस्या के बीच, जनसुनवाई के माध्यम से लोगों की चिंताओं को दूर करने की उम्मीद की जा रही है। इस विस्तार से होने वाले संभावित प्रभावों को देखते हुए, यह जनसुनवाई रायगढ़ के औद्योगिक और पर्यावरणीय भविष्य के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।

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