हेल्थ

Health:हर्बल क्रीम से लेकर स्किन डिजीज तक काम आता है पान के पत्ते का अर्क, इसमें छुपी है अनेक खूबियां

नई दिल्ली। पुराने समय से ही पान के पत्ते को घाव, कटने, चकत्ते या स्किन से जुड़ी समस्या पर इस्तेमाल किया जाता है।आयुर्वेद में भी पान के पत्तों काे Betel Leaves बहुत उपयोगी माना गया है। पान के पत्तों का ताजे रस से न केवल फुंसी, दर्द और रक्तस्राव को रोका जा सकता है, बल्की ये ब्यूटी से जुड़ी कई और समस्याओं पर बहुत चमत्कारिक तरीके से काम करते हैं।

हबर्ल क्रीम में भी पान के पत्ते का अर्क डाला जाता है,क्योंकि ये स्किन से जुड़ी तमाम समस्याओं पर बहुत असर करता है। पान के पत्ते में आयोडीन, पोटेशियम, विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन बी2 और निकोटिनिक एसिड जैसे आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं जो स्किन के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।

स्किन डिजीज-खुजली, जलन, फुंसी और दर्द और चकत्तों पर भी पान के पत्तों का पेस्ट बहुत काम आते हैं। कटने-छिलने या चोट पर भी इसे लगाना फायदेमंद होता है।

READ MORE: NDA की राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू का इस तारीख को हो सकता है छत्तीसगढ़ आगमन…

एंटी एजिंग में फायदेमंद-पान के पत्ते के अर्क में एंटीएजिंग प्रभाव होता है। यह प्रभाव एजिंग की समस्या के कारण त्वचा पर पड़ने वाले फाइन लाइन्स, झुर्रियों और आंखों के पास एजिंग इफेक्ट के साथ स्किन में लचीलापन लाता है।

स्किन व्हाइटनिंग प्रभाव-बेदाग और चमती त्वचा के लिए भी पान के betel leavesपत्ते का उपयोग लाभदायक हो सकता है। पान के पत्ते में स्किन लाइटनिंग प्रभाव होता है। इससे त्वचा की रंगत को निखारने के साथ ही इसे चमकदार और बेदाग बनाने में मदद मिल सकती है।

डार्क स्पॉट-पान के पत्तों के एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल प्रभाव होता है और यही कारण है कि ये घाव को भरने, सूजन कम करने के साथ डार्क स्पॉट्स में भी बहुत प्रभावी होता है। पान के पत्ते के अर्क में स्किन लाइटनिंग का गुण भी होता है। इसलिए ये डार्क स्पॉट को कम करने के साथ स्किन की टैनिंग और सांवलेपन को भी दूर करते हैं।  Betel Leaves

सूजन दूर कने वाले-पान के पत्तों में एंटीइंफ्लेमेटरी प्रभाव होता है और इसके पत्तों में मौजदू फ्लेवोनोइड्स और पॉलीफेनोल्स सूजन की समस्या में लाभदायक होते हैं। मुहांसे में सूजन हो, या शरीर में। हर तरह की सूजन में काम आता है।

READ MORE:NDA की राष्ट्रपति पद की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू का इस तारीख को हो सकता है छत्तीसगढ़ आगमन…

चकत्ते की समस्या में-पान के पत्तों में एंटी माइक्रोबियल और एंटीसेप्टिक प्रभाव होते हैं।, इसलिए ये दाद-फंगल इंफेक्शन या चकत्तों पर बहुत काम आते हैं। पान के 10 पत्तों को उबालें और इस पानी से नहाएं।

मुंहासों को कम करे-मुंहासे बैक्टीरिया के कारण होते हैं और इस पर पान के पत्तों का पेस्ट लगाया जाए तो बैक्टिरिया के बढ़ना रोका जा सकता है। प्रोपियोनि बैक्टीरियम एक्ने की समस्या होती है। मुंहासे में मवाद, खुजली और दर्द हो तो पान के पत्ते का पेस्ट या उसक अर्क लगाएं। पान के पत्तों के अर्क में एंटी बैक्टीरियल प्रभाव सारी समस्या को दूर करेगा।

Related Articles

Back to top button