बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में हुक्का संचालन का मामला सामने आया है। पुलिस द्वारा सख्ती बरतने के बाद अब चोरी छिपे कैफे की आड़ में हुक्का पिलाने का दौर शुरू हो गया है। पुलिस ने मंगलवार की रात वेलहल्ला कैफे में छापेमार कार्रवाई की। इस दौरान स्टोर रूम में छह लड़के और दो लड़कियां हुक्का पीते पाए गए।
पुलिस मैनेजर के साथ युवक-युवतियों को भी पकड़कर थाने ले गई। इस दौरान जब पुलिस उनके परिजनों को बुलाने लगे तो युवतियां गिड़गिड़ाने लगी और बोली- प्लीज सर हमारे पेरेंट्स को मत बुलाइए, बदनामी हो जाएगी। मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है।
SP पारुल माथुर ने कहा कि शहर में हुक्का पर प्रतिबंध लगाया गया है। लेकिन इसके बाद भी कुछ जगहों पर कैफे व फूड जंकशन की आड़ में हुक्का पिलाने की शिकायत आ रही थी। इसे देखते हुए मंगलवार की शाम को उन्होंने सिटी कोतवाली CSP स्नेहिल साहू के नेतृत्व में टीम बनाकर कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
पुलिस की टीम ने मिशन अस्पताल के चौपाटी स्थित वेलहल्ला कैफे में छापेमार कार्रवाई की। इस दौरान यहां स्टोर रूम में युवकों के साथ दो युवतियां हुक्का पीते पकड़ ली गईं।
कार्रवाई में पुलिस ने तीन हुक्का पॉट, अलग-अलग कलर के फ्लेवर्ड, डिब्बा स्प्रींग वाटर जब्त किया है। पुलिस कैफे के मैनेजर मनीष चेतानी के साथ युवक-युवतियों को पकड़कर थाने ले गई। युवक और युवतियों के पेरेंट्स को बुलाया गया और समझाइश देकर उन्हें छोड़ दिया गया। वहीं, कैफे के मैनेजर के खिलाफ कोटपा एक्ट के तहत कार्रवाई की गई।