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International Dog Day: कुत्तों को समर्पित खास दिन आज, जानें क्यों हुई अंतरराष्ट्रीय श्वान दिवस मनाने की शुरुआत

आज दुनियाभर में International Dog Day यानी अंतरराष्ट्रीय श्वान दिवस मनाया जा रहा है। हर साल 26 अगस्त को यह दिन कुत्तों के महत्व और उनके योगदान को याद करने के लिए समर्पित किया जाता है। इंसान का सबसे वफादार दोस्त कहे जाने वाले कुत्ते न सिर्फ पालतू जानवर के रूप में हमारे जीवन का हिस्सा हैं, बल्कि सुरक्षा, बचाव और थेरेपी जैसी कई भूमिकाओं में भी अहम योगदान देते हैं।

कब और क्यों शुरू हुआ?
अंतरराष्ट्रीय डॉग डे की शुरुआत 2004 में अमेरिकी लेखिका और एनिमल रेस्क्यू वर्कर कोलीन पेज (Colleen Paige) ने की थी। उन्होंने यह दिन उन कुत्तों को समर्पित किया, जो आश्रय गृहों (shelters) और सड़कों पर बिना किसी सहारे के भटकते रहते हैं। इस दिन का मकसद लोगों को कुत्तों को गोद लेने (adopt) और उनके प्रति जिम्मेदारी निभाने के लिए जागरूक करना है।

कुत्तों का महत्व
* पालतू कुत्ते परिवार के सदस्य की तरह भावनात्मक जुड़ाव देते हैं।
* पुलिस, सेना और सुरक्षा एजेंसियों में कुत्ते विशेष ट्रेनिंग पाकर देश की सुरक्षा में काम आते हैं।
* भूकंप, बाढ़ जैसी आपदाओं में रेस्क्यू डॉग्स लोगों की जान बचाने में मदद करते हैं।
* कई देशों में थेरेपी डॉग्स मानसिक तनाव और अवसाद से जूझ रहे लोगों के लिए राहत का साधन बनते हैं।

कैसे मनाया जाता है डॉग डे?
इस खास दिन पर लोग अपने पालतू कुत्तों को ट्रीट्स और खिलौने देकर खुश करते हैं। कई एनजीओ और पशु-कल्याण संगठन कुत्तों को गोद लेने के लिए जागरूकता अभियान चलाते हैं। सोशल मीडिया पर भी पालतू कुत्तों की तस्वीरें और वीडियो शेयर कर लोग उन्हें धन्यवाद देते हैं।

अंतरराष्ट्रीय श्वान दिवस हमें यह याद दिलाता है कि कुत्ते सिर्फ जानवर नहीं, बल्कि हमारे साथी, संरक्षक और जीवन का अहम हिस्सा हैं। यह दिन हमें उनकी देखभाल और उनके अधिकारों के प्रति संवेदनशील बनने की प्रेरणा देता है।

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