छत्तीसगढ़

गोमूत्र की खरीदी व कीटनाशक दवाईयों का निर्माण कर लाभ अर्जित कर रही समूह की महिलाएं

अब तक 03 हजार 106 लीटर गोमूत्र की खरीदी कर 01 हजार 627 लीटर कीट नियंत्रक व वृद्धिवर्धक का निर्माण किया गया है।

बालोद। छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से पशुधन के समूचित देखभाल के साथ-साथ उसके संरक्षण व संवर्धन सुनिश्चित करने के अलावा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ कर ग्रामीणों को गांव में ही रोजगार व स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए शुरू की गई राज्य शासन की विशेष प्राथमिकता वाले नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी योजना कई मायने में बहुपयोगी साबित हो रहा है। राज्य में इस योजना के फलस्वरूप धरातल पर इसका प्रत्यक्ष लाभ भी देखने को मिल रहा है। इसके अंतर्गत राज्य शासन द्वारा शुरू की गई गोधन न्याय योजना गौ माता की भाँति शुरू से लेकर अंत तक राज्य के लोगों, कृषकों व पशुपालकों के लिए संजीवनी साबित होकर निरंतर लाभ व उन्नति का द्वार खोल रहा है। गोधन न्याय योजना के अंतर्गत जिले के डौण्डीलोहारा विकासखंड के आदर्श गोठान जेवरतला व बालोद विकासखण्ड के आदर्श गोठान बरही में गोमूत्र की खरीदी व गोमूत्र से विभिन्न प्रकार के कीटनाशक दवाईयों व वृद्धिवर्धक का निर्माण कार्य के फलस्वरूप पशुपालकों व कृषकों के लिए आमदनी का कारगर स्त्रोत बन गया है।

उल्लेखनीय है कि गोमूत्र खरीदी व फसलों में होने वाले रोकथाम के लिए कीटनाशक दवाईयों व वृद्धिवर्धक के निर्माण की जिम्मेदारी आदर्श ग्राम गोठान में माधव कृष्ण स्वसहायता समूह को व आदर्श गोठान जेवरतला में शक्ति स्वसहायता समूह को दी गई है। इसके अंतर्गत आदर्श गोठान बरही में माधव कृष्ण स्वसहायता समूह की ओर से 4 रुपए लीटर की दर से अब तक कुल 05 हजार 09 लीटर गोमूत्र की खरीदी की जा चूकी है। इससे स्वसहायता समूह की ओर से 02 हजार 544 लीटर कीट नियंत्रक व वृद्धिवर्धक का निर्माण कर किसानों को कुल 01 लाख 21 हजार 830 रुपए में इसकी बिक्री भी की गई है। जिससे माधव कृष्ण स्वसहायता समूह बरही को कुल 49 हजार 194 रुपए की शुद्ध आमदनी भी हुई है।

इसी तरह आदर्श ग्राम जेवरतला में शक्ति महिला स्वसहायता समूह की ओर से अब तक 03 हजार 106 लीटर गोमूत्र की खरीदी कर 01 हजार 627 लीटर कीट नियंत्रक व वृद्धिवर्धक का निर्माण किया गया है। स्वसहायता समूह की ओर से इस कीट नियंत्रक को 68 हजार 170 रुपए में किसानों को बिक्री कर 21 हजार 250 रुपए की आमदनी प्राप्त की गई है। इसके अलावा आदर्श ग्राम जेवरतला में महिला स्वसहायता समूह की ओर से डेयरी पालन का भी कार्य किया जा रहा है। समूह की महिलाओं ने आदर्श गोठान जेवरतला में पशुपालन व्यवसाय से 10 हजार लीटर दुध का बिक्री भी देवभोग सोसायटी को की गई है। जिले के आदर्श ग्राम बरही व जेवरतला में निर्मित की गई जैविक कीट नियंत्रक व वृद्धिवर्धक खेती में लागत को कम करने तथा रासायनिक खाद व दवाईयों के उपयोग से प्रकृति व मानव शरीर पर पडऩे वाली प्रभाव को कम कर जमीन की उर्वरा शक्ति को बढ़ाने का कार्य कर रहा है। इस प्रकार से गोधन न्याय योजना राज्य के किसानों, पशुपालकों सहित सभी वर्गों के लोगों के लिए हर तरह से उपयोगी बनकर कल्पतरू साबित हो रहा है।

राज्य शासन के गोधन न्याय योजना के अंतर्गत गोमूत्र की खरीदी व इसके माध्यम से कीटनाशक दवाईयों के निर्माण शुरू करने पर शक्ति सहायता समूह की अध्यक्ष भगवती साहू, सचिव अनिता साहू व समूह की सदस्य कुमारी ललिता कौर ने भूरी-भूरी सराहना की है। उन्होंने कहा कि गोमूत्र की खरीदी प्रारंभ कर राज्य सरकार के द्वारा गोबर के अलावा गोमूत्र के माध्यम से भी हमें स्व रोजगार प्रदान करने का कार्य किया जा रहा है, वह वास्तव में सराहनीय है। राज्य सरकार की ओर से इस योजना के माध्यम से हम पशुपालकों व कृषकों को हर दृष्टि से लाभ पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व छत्तीसगढ़ सरकार को हृदय से धन्यवाद देते हुए उनके प्रति आभार व्यक्त किया है।

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