गुजरात 15 नवम्बर 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के नर्मदा जिले में भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर आयोजित ‘जनजातीय गौरव दिवस’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि देश के स्वतंत्रता संग्राम में आदिवासी समुदायों के योगदान को लंबे समय तक नजरअंदाज किया गया। उन्होंने कहा कि यह सम्मान बहुत पहले दिया जाना चाहिए था, लेकिन राजनीतिक लाभ के लिए चुनिंदा परिवारों पर ही श्रेय केंद्रित रखा गया। प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 से पहले बिरसा मुंडा को राष्ट्रीय स्तर पर वह पहचान नहीं मिली, जिसके वे हकदार थे, जबकि आज देशभर में ट्राइबल म्यूजियम बनाकर उनकी विरासत को संरक्षित किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा यह दिन केवल आदिवासी नायकों के सम्मान बस का नहीं,!बल्कि कांग्रेस द्वारा समाज की ऐतिहासिक उपेक्षा को दिखाता है जिसे करोड़ों आदिवासी भाइयों-बहनों ने देखा।दशकों तक शासन के बावजूद कांग्रेस सरकारों ने आदिवासी समुदायों को उनके बदहाली पर रखा,कुपोषण,अशिक्षा और बुनियादी सुविधाओं से दूर रखा, लेकिन भाजपा सरकार आदिवासी कल्याण संकल्प के साथ चला। उन्होंने याद दिलाया कि अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में पहली बार एक पृथक जनजातीय मंत्रालय का गठन किया गया था, जिसे बाद में कांग्रेस सरकारों ने उपेक्षित कर दिया। खेल जगत में आदिवासी समुदाय के युवा नई पहचान बना रहे हैं। हाल ही में महिला क्रिकेट विश्व कप में भारतीय टीम की ऐतिहासिक जीत में आदिवासी समाज की एक खिलाड़ी का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने स्वास्थ्य, सड़क, परिवहन और जनजातीय कल्याण से जुड़ी कई परियोजनाओं का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि नए विकास कार्यों से आदिवासी क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाएँ मजबूत होंगी। प्रधानमंत्री ने गुजरात सहित देशभर के आदिवासी परिवारों को योजनाओं के लिए शुभकामनाएँ दी।

