यह घटना दतिया जिले के भांडेर थाना के अंतर्गत में दो महिलाएं रक्षाबंधन के दिन एक ही फंदे पर झूल गई। दोनों महिलाएं रिश्ते से एक दूसरे से ननद-भाभी लगती थीं। दोनों में बहुत अच्छी दोस्ती थी। वे एक-दूसरे से बहुत ही ज्यादा स्नेह करती थीं, इसी कारण भाभी ने ननद का नाम का टैटू भी बनवा था। और इसी को लेकर अक्सर भाभी का पति से विवाद हुआ था। पुलिस दोनों महिलाओं के सुसाइड किए जाने की कहानी को सुलझाने में लगी हुई है।
भांडेर थाना प्रभारी रविंद गुर्जर के मुताबिक, बराना बड़ेरा गांव में रहने वाली पूनम (30) पत्नी रामू यादव ने अपने घर से करीब 100 मीटर दूर रहने वाली रिश्ते में ननद मंजू (22) पत्नी अंकित यादव को फोन कर अपने घर बुलाया। इसके बाद दोनों महिलाएं आपस में बातचीत करती रहीं।
इस समय पूनम का पति रामू और उसके ससुर गिरवर, बाड़ा में भैंसों का दूध निकालने के लिए चला गया। वहीं, पूनम का पांच साल का बेटा संस्कार उर्फ रानू घर के बाहर खेल रहा था। जब संस्कार ने अंदर जाकर देखा तो उसकी मां व बुआ ने गेट बंद कर लिया और वो गेट खोल नहीं रही थीं तब वो बाड़े में पहुंचा।
अपने पिता रामू और दादा गिरवर से मां द्वारा गेट न खोलने की बात कही। इसके बाद जब रामू घर आया तो उसके आवाज देने के बाद भी गेट नहीं खुला। रामू ने पुलिस को बताया कि इस घटना के बाद मंजू की भाभी आकांक्षा को बुलाकर लाया और हम दोनों ने गेट खोला। लेकिन आकांक्षा का कहना है कि रामू बुलाने आया लेकिन जब मैं मौके पर पहुंची तो गेट खुला हुआ था। दोनों का फंदा मैंने हसिए से काटकर उतारा। इसके बाद मैंने देखा तो दोनों की मौत हो चुकी थी।
दोनों का स्नेह देख पति करता था झगड़ा
पुलिस के मुताबिक, पूनम की शादी को करीब छह से सात साल हो चुके हैं, जबकि मंजू की शादी 20 जून को दतिया जिले में हुई थी। मंजू 23 जुलाई से अपने मायके रह रही थी। वो रक्षाबंधन के बाद ससुराल जाने वाली थी। दोनों महिलाओं में अच्छी दोस्ती होने को लेकर पूनम और उसके पति रामू में झगड़ा होता था। इसी बात को लेकर रविवार को भी झगड़ा हुआ था। इसके बाद पूनम ने मंजू को बुलाया और दोनों एक साथ फंदे पर लटक गईं। पुलिस पूरे मामले की तह तक जाने का प्रयास कर रही है। दोनों के रिश्तों को लेकर परिजनों से अलग-अलग तरीके से पुलिस पूछताछ में जुट गई है।