उत्तरप्रदेश के अलीगढ़ जिले में प्यार, शादी, मर्डर और साजिश का एक बहुत ही खौफनाक मामला सामने आया है। महिला सिपाही के प्यार में एक युवक ने नोएडा के बिसरख में पहले अपनी पत्नी और दो बच्चों को मार डाला। फिर अपने जैसे ही दिखने वाले एक दोस्त को भी मौत के घाट उतार दिया और अपनी हत्या साबित कर दी। इसके बाद वह शख्स तीन साल तक अपने नाक की सर्जरी कराकर हुलिया बदल घूमता रहा फिर जब अंत में उसका पर्दाफाश हो गया तो हर कोई इस वारदात से सन्न रह गया।
जानकारी के मुताबिक, अलीगढ़ के गंगीरी इलाके के गांव नौगंवा के रहने वाले एक युवक ने महिला सिपाही के प्यार में अपनी पत्नी और दो बच्चों को अपने नोएडा विशरख के चिपयाना स्थित घर में हत्या कर दी। उसने पहले तीनों के शवों को घर के बेसमेंट में दफनाया और फिर उसके ऊपर पक्का फर्स कर दिया। उसने अपने ससुराल वालों को पत्नी बच्चों को गायब होने की सूचना दे दी, किंतु ससुराल वालों ने शक पर होने पर उसके खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी। इससे बचने के लिए उसने उल्टे ससुराल पर साजिश के तहत अपने कदकाठी जैसे दोस्त को कासगंज में लाकर, मौत के घाट उतार दिया।
इसके बाद उसने उसके क्षतविक्षत शव को अपने कपड़े पहना दिए और अपना आईकार्ड उसके जेब में डाल दिया। इस साजिश में शामिल पिता और भाई ने उस शव का शिनाख्त अपने बेटे के रूप में कर दिया। उन्होंने ससुराल वालों पर हत्या का केस दर्ज करा दिया। जब इस मामले में पुलिस तह तक गई और डीएनए टेस्ट कराये तो डीएनए का मिलान नहीं हुआ। इसके बाद चार हत्याओं की साजिश की परत खुलकर सामने आ गई। फिलहाल, पुलिस ने हत्याओं के मास्टरमाइंड युवक और उसकी प्रेमिका सिपाही सहित आरोपी परिजनों को गिरफ्तार कर लिया है।
गुरुवार को इस बेहद पेचीदे वारदात का खुलासा करते हुए एसपी रोहन प्रमोद बोत्रे ने बताया कि, गांव कलुआ थाना मारहरा एटा निवासी मोती लाल ने अपनी बेटी रतनेश की शादी वर्ष 2012 में राकेश पुत्र बनवारी लाल निवासी नौगंवा गंगीरी अलीगढ़ के साथ कर दी थी। लेकिन इस दौरान राकेश का अफेयर गांव ही एक युवती रूबी के साथ चल रहा था। शादी के बाद पति राकेश और पत्नी रतनेश ने शादीशुदा जिंदगी की शुरूआत की थी। इसके बाद उनके दो बच्चे हुए पुत्री अवनी उम्र 3 वर्ष एवं पुत्र अर्पित हुए। बच्चे होने के बाद राकेश ने नोएडा में पंच विहार कॉलोनी थाना बिसरख में एक मकान खरीदा। फिर वह परिवार सहित वहीं के मकान में निवास करने लगा और स्वयं नोएडा में ही एक लेबोरेट्री में काम करने लगा।
इस तरह रास्ते से हटा दिए पत्नी और दो बच्चे
जानकारी के मुताबिक शादीशुदा होने के बावजूद राकेश के रूबी से प्रेम प्रसंग बने रहे। वह अपनी पत्नी को रास्ते से हटाकर रूबी के साथ ब्याह करने की योजना बना रहा था। उसकी इस योजना में उसकी प्रेमिका रूबी, पिता बनवारी लाल, भाई राजीव कुमार व प्रवेश एवं मां इन्द्रवती ने पूरा साथ दिया। योजना के अंतर्गत 14 फरवरी 2018 को राकेश ने पत्नी रतनेश एवं दोनों बच्चों अवनी व अर्पित को मकान के बेसमेन्ट में बुलाकर लोहे की रॉड (सब्बल) से प्रहार कर तीनों की हत्या कर दी। उनके शवों को उसी मकान के बेसमेन्ट में दफन कर दिया। फिर ऊपर से सीमेन्ट का पक्का फर्श बनवा दिया।
ससुराल वालों को गुमराह करने की रची साजिश
योजना के अनुसार राकेश ने अपने ससुर मोती लाल को नोएडा बुलाया और सूचना दी कि, उसकी पत्नी रत्नेश बच्चों के साथ लापता है। इस पर रत्नेश के पिता मोतीलाल ने थाना बिसरख जनपद नोएडा पर पहले गुमशुदा होने की सूचना दी। फिर धारा 364,498 ए,504,506 भादवि के तहत दामाद राकेश, ससुर बनबारी लाल सहित परिजनों के खिलाफ केस दर्ज कर दिया। पुलिस के अनुसार इस मामले में राकेश को थाना बिसरख पुलिस द्वारा कईं बार पूछताछ के लिए बुलाया गया, मगर उसने कोई भी जानकारी होने से मना कर दिया था।
खुद की हत्या दर्शाने राकेश ने ऐसे किया दोस्त कलुआ का खून
एसपी ने कहा कि, पुलिस और अन्य कार्यवाही से बचने हेतु आरोपी राकेश ने अपने परिवार के लोगों से मिलकर साजिश रची। उसने अपने ही गांव के अपने जैसे शरीर की बनावट के अपने दोस्त राजेन्द्र उर्फ कलुआ पुत्र दिलीप सिंह को रिश्तेदारी में चलने का बहाना बनाया और उसे मोटर साइकिल पर ले जाकर रास्ते में पहले शराब पिलाई। इसके पश्चात कासगंज के थाना ढोलना क्षेत्र ग्राम मारुपुर के जंगल में रेलवे लाइन के पास पहले से ही मोटर साइकिल में छिपाये गये गंडासे को निकालकर उसकी हत्या कर दी।
उसने पहचान छिपाने के लिए उसके सिर, हाथों के पंजे काटकर साक्ष्य छिपाने के उद्देश्य से नष्ट कर दिए। फिर उसने शव को अपने कपडे़ पहनाकर, अपना पहचान पत्र भी उसके पास फेंक दिया। अपनी हत्या का षडयन्त्र रचते हुए अपने भाई राजीव कुमार के माध्यम से शव की पहचान राकेश (स्वयं) के रूप में करा दी। फिर भाई राजीव के ही माध्यम से थाना ढोलना पर अपनी हत्या का मुकदमा राकेश के ससुर मोतीलाल एवं साले जितेन्द्र एवं रवि के विरुद्ध पंजीकृत करवाया।
बदल अपनी पहचान, राकेश से बना दिलीप शर्मा
योजना के मुताबिक राकेश ने खुद को छिपाते हुए दिलीप शर्मा पुत्र सुभाष शर्मा निवासी कुक्कन पटटी जनपद कुशीनगर नाम का आधार कार्ड बनवाया व स्वयं पानीपत हरियाणा में मछरौली नामक गांव में पहले मजदूर एवं बाद में राजमिस्त्री बनकर काम करने लगा और स्थायी रूप से वहीं रहने लगा।
डीएनए रिपोर्ट से खुलकर सामने आई हकीकत
वहीं, राकेश की हत्या के केस में फंसे ससुर मोती लाल व उसके बेटों ने पुलिस अधिकारियों से संपर्क कर मामले की गहराई से जांच कराने के लिए जानकारी देना शुरू कर दिया। पुलिस ने जांच कर तह तक जाना शुरू किया और राकेश के नाम के मिले शव के विसरा रक्त और राकेश के पिता बनवारी लाल और राकेश के दोस्त कलुआ के पिता के रक्त के नमूने विधि विज्ञान प्रयोगशाला भिजवा दिए।
जब रिपोर्ट आई तो राकेश के नाम के मिले शव और उसके पिता बनबारी लाल का डीएनए का मैच नहीं हुआ। जबकि कलुआ और उसके पिता का डीएनए मिल गया। इसपर पुलिस को पूरी साजिश समझ में आ गई। घेराबंदी करके पुलिस ने पिता बनबारी लाल और उसके बाद उसके बेटे राकेश को गिरफ्तार कर पूछताछ की। इसके बाद चौंकाने वाले दबे राज खुलकर सबके सामने आते गए।
गिरफ्तार कर पुलिस ऐसे ले गई नोएडा
बातचीत के दौरान पुलिस ने बताया कि, इस बीच राकेश लगातार अपनी प्रेमिका रूबी के सम्पर्क में बना रहा। उससे मिलने के लिए ही राकेश एक सितंबर को जनपद कासगंज से होकर गंगीरी जा रहा था। लेकिन मुखबिर की सूचना पर कासगंज पुलिस द्वारा गढी तिराहे के पास उसकी गिरफ्तारी कर ली गई। एसपी ने बताया कि, थाना ढोलना पुलिस एवं एसओजी, सर्विलांस टीम ने आरोपी को साथ लेकर उसकी निशानदेही पर मित्र राजेन्द्र उर्फ कलुआ की हत्या में प्रयुक्त गंडासा मारूपुर के जंगलों से बरामद किए हैं।
इसके बाद थाना बिसरख जनपद नोएडा से समन्वय स्थापित किया गया और आरोपी राकेश की पत्नी एवं बच्चों के शवों को बरामद करने के लिए नोएडा से एक मजिस्टे्रट की नियुक्ति कराकर उनके समक्ष बेसमेन्ट को खुदवाकर उनके कंकालों एवं हत्या में प्रयुक्त किए गए लोहे की रॉड को बरामद किया गया। पुलिस ने इस मामले में हत्याओं की वारदात के मुख्य आरोपी राकेश, उसके भाई राजीव, प्रवेश, पिता बनवारी लाल, मां इन्द्रवती और प्रेमिका रूबी को हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने आरोपियों को न्यायालय के समक्ष पेश किया।
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