राष्ट्रीय राजधानी में दिल्ली सरकार की ओर से नई आबकारी नीति लागू की गई है। इस वजह से 1 अक्टूबर यानी कल से शराब की सभी प्राइवेट दुकानों को बंद कर दिया जाएगा। इस दौरान सिर्फ सरकारी शराब की दुकानों को ही खुलने की अनुमति होगी। ऐसे में 45 दिन तक दिल्ली में शराब संकट पैदा होने की आशंका है। इस दौरान शराब की दुकानों पर लंबी कतार लगने और शराब के आउट ऑफ स्टॉक होने की स्थिति बनने की आशंका जाहिर की जा रही है।
दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने सभी सरकारी शराब की दुकानों को आने वाले दिनों में मदिरा की संभावित कमी से निपटने के लिए पर्याप्त स्टॉक रखने का निर्देश दिया हैं। क्योंकि सभी प्राइवेट शराब की दुकानें (Private Liquor Shops) 30 सितंबर तक अपना कारोबार बंद कर देंगी।
दिल्ली में निजी शराब की दुकानें 1 अक्टूबर से डेढ़ महीने बंद रहेंगी। ये दिल्ली की कुल शराब दुकानों की करीब 40 फीसदी हैं। दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति (Delhi New Excise Policy) के तहत 266 निजी शराब की दुकानों सहित सभी 850 शराब की दुकानें खुली निविदा के जरिए निजी कंपनियों को दे दी गई हैं। वहीं, नए लाइसेंस धारक शहर में शराब की खुदरा बिक्री 17 नवंबर से शुरू करेंगे। ऐसे में तबतक सिर्फ सरकारी दुकानों में ही शराब की बिक्री होगी।
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