मुजफ्फरनगर में शाहपुर क्षेत्र के गांव दुल्हेरा से दो दोस्तों की हत्या का मामला सामने आया है। हत्या में मृतकों के परिजन और ग्रामीण मर्डर के पीछे के कारण के बारे में कुछ भी नहीं बता रहे हैं। दीपक का मोबाइल भी गुम है, उसने बुधवार सुबह 11 बजे अपनी मां से बात से फोन पर बातचीत की थी। इसके पश्चात शाम पांच बजे दीपक और पारस के शव मिले। तो बातचीत और शव मिलने से पहले के इन छह घंटों के बीच उसकी किन-किन से बात हुई, आखिर वे नलकूप पर कैसे पहुंचे, इन्हीं सब से पुलिस जांच प्रक्रिया को आगे बढ़ा रही है। दीपक के गायब हुए फोन और उसकी कॉल डिटेल से पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग मिल सकता है।
जानकारी के मुताबिक, थाना क्षेत्र के गांव दुल्हेरा निवासी दो घनिष्ठ मित्र दीपक व पारस बचपन से ही एक साथ पढ़ते आए हैं। अब आईटीआई कर रहे थे साथ ही सेना भर्ती की भी तैयारी कर रहे थे। मंगलवार की शाम को दोनों शाकंभरी देवी मंदिर में प्रसाद चढ़ाने के नाम से थे। वहां से वापसी में बुधवार सुबह 11 बजे दीपक की मां ने उससे मोबाइल पर बातचीत की, जिसमें उन्होंने अपनी मां को सहारनपुर के पास होने की जानकारी दी थी साथ ही दोपहर दो-ढाई बजे तक घर वापस लौटने की बात कही थी। इसके पश्चात शाम करीब पांच बजे गांव में माजरा मार्ग स्थित दीपक के नलकूप पर दोनों दोस्तों के शव पड़े मिले।
ऐसा बताया गया कि दोनों दोस्तों के शव मुख्य माजरा मार्ग पर ही नलकूप की दीवार के नीचे पड़े हुए थे। जब ग्रामीणों ने देखा तो उन्होंने उनके परिजनों को घटना की जानकारी दी। दोनों दोस्तों की हत्या से परिजनों में कोहराम मच गया। यहां तक कि परिजनों ने बताया कि उनकी किसी से भी कोई रंजिश या झगड़ा नहीं था। अब ऐसे में हत्या की वजह को लेकर पुलिस व परिजन पशोपेश में हैं।
कहीं और की गई हत्या, फिर नलकूप में डाल दिए गए शव
ऐसी आशंका जताई जा रही है कि दो दोस्तों की हत्या कहीं ओर करने के बाद उनके शवों को नलकूप पर लाकर डाल दिया गया। असल में, दोनों युवकों के सीने में गोली मारकर हत्या की गई है, मगर घटनास्थल पर शवों के आसपास कोई खून नहीं मिला है। यहां तक कि घटनास्थल पर किसी तरह के संघर्ष के भी निशान नजर नहीं आए हैं। साथ ही साथ घटनास्थल गांव का मुख्य माजरा मार्ग स्थित नलकूप है, जहां पर दो युवकों को गोली मारने की घटना को अंजाम देना मुश्किल है। अब ऐसे में दोनों युवकों को शाकंभरी देवी से लौटते समय कहीं रोकने के बाद उनकी हत्या कर शवों को घटनास्थल पर लाकर डाल देने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस इस पर भी जांच कर रही है।
परिवार में इकलौता बेटा था दीपक
गांव दुल्हेरा निवासी दीपक एक किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उसके पिता किरणपाल के पास लगभग 35 बीघा जमीन है, जिसमें खेती-बाड़ी करके वे परिवार का पालन-पोषण करते हैं। दीपक उनका इकलौता बेटा था। बेटे की हत्या ने पूरे परिवार को हिलाकर रख दिया है।
दूसरी तरफ, पारस के परिवार में बड़ा भाई प्रिंस और पिता गोपाल हैं। ग्रामीणों के मुताबिक, पारस की मां की काफी समय पहले ही गुजर चुकी है। उनके जाने के बाद पिता गोपाल ने ही दोनों बेटों को पाल पोसकर बड़ा किया है। बड़ा बेटा प्रिंस भी कहीं बाहर रहकर काम करता है। वहीं, पारस घर पर ही रहता था। वह आईटीआई और सेना भर्ती की तैयारी कर रहा था। दोनों दोस्तों की हत्या की इस घटना ने दोनों के परिजनों को बहुत बुरी तरह हिलाकर रख दिया है। फिलहाल वे इस पर कुछ भी नहीं बोल पा रहे हैं।
एसएसपी अभिषेक यादव ने कहा कि इस दोहरे हत्याकांड को लेकर कुछ अहम सुराग मिले हैं। हत्या का खुलासा करने के लिए टीम का गठन किया गया है। बहुत जल्द ही इस वारदात का खुलासा किया जाएगा।
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