नाराज़ कांग्रेस कार्यक्रताओं के समर्थन में उतरे सुमीत दास दीपो के पर्व में अंधेरा कर दिया मौन धरना
छत्तीसगढ़ में इस दीपावली में कांग्रेस कार्यकर्ताओं में काफी नाराज़गी जाहिर की कार्यर्ताओं की किसी कांग्रेस नेता के पास कोई सुनवाई नही है खबरों के मुताबिक कार्यकर्तों को केवल अस्वासन मिल रहा है खबरों के अनुसार बीते माह छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी की बैठक हुई।
इस बैठक में पार्टी कार्यकर्ताओं की नाराजगी का मुद्दा भी उठा। इस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भड़क गए। उन्होंने कहा कि मुझे तो संगठन की बैठकों में बुलाया ही नहीं जाता है तो मुझे कार्यकर्ताओं की नाराजगी के बारे में कैसे जानकारी होगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बैठक में एक पदाधिकारी ने मुख्यमंत्री से कह दिया कि आपके पास पूरा प्रशासन है। आपके पास तो जानकारी पहुंचती ही होगी। हमारे पास आप तक पहुंचने का कोई जरिया नहीं है।
इसी पर बघेल नाराज हो गए। उन्होंने पदाधिकारी से कहा कि आपको पद छोड़ देना चाहिए। यही हाल पार्षदों और ब्लॉक अध्यक्ष की भी शिकायत रही है उनका कहना है शासन और संगठन में ठीक से ताल मेल नही जम पा रहा है या कुछ लोग जमाना नही चाह रहे है जिसकी वजह है कार्यकताओ में त्यौहार के समय मे नाराज़गी जाहिर की है।
बीते में शहर के दक्षिण विधानसभा के कार्यकर्ताओं में नाराजगी का माहौल देखने को मिला है उनका कहना है लगातार 15 साल संघर्ष करने के बाद कार्यकर्ताओं को दम पर सरकार बनने के बाद इन कार्यकर्ताओं की उपेक्षा की जा रही है ब्लॉक अध्यक्ष सुमित दास ने जानकारी बताया कि दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के सैकड़ों कार्यकर्ता उनके पास अनुदान राशि की मांग को लेकर पहुंच चुके हैं जबकि यह उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं अनुदान राशि देने का अधिकार विधायक मंत्री को रहता है।
उनकी समस्या ऊपर तक पहुंचाई गई है लेकिन त्योहार के समय कार्यकर्ताओं की मांग पूरी नहीं हो सकी जिसके चलते कार्यकर्ता हताशा दूसरा कारण जो है वह शहर में होने वाले विभिन्न आयोजन है जिसमें कार्यकर्ताओं को जरा भी तवज्जो नहीं मिल पाती। कार्यकर्ताओं की पूछ परख नहीं की जाती सिर्फ बड़े पदाधिकारियों को कार्यक्रम की सूचना या निमंत्रण दिया जाता है जबकि कार्यकर्ता भी कार्यक्रम में जाने की इच्छा रखते हैं।
कार्यर्ताओं के समर्थन में उतरे ब्लॉक अध्यक्ष सुमीत दास ने आम कार्यकर्ता की अनुदान राशि दिलाने दीवाली के दिन दो घंटे का 7 से 9 अपने कार्यस्थल पर अंधेरे में कार्यकर्ताओं के साथ मौन प्रदर्शन किया जिसमे दक्षिण इलाके के कई कार्यरता भी मौजूद रहे।