कोटा। कोटा के इटावा थाना क्षेत्र में पति द्वारा पत्नी की हत्या करने का मामला सामने आया है। पहले उसने उसका गला घोंट दिया फिर आत्महत्या बताने के लिए उसने उसकी लाश को फांसी के फंदे पर लटका दिया।
हत्या करने के बाद आरोपी ने महिला के मायके वालों को फोन लगाया और उन्हें आत्महत्या की सूचना दी। मायके वालों ने हत्या का अंदेशा जताते हुए थाने में शिकायत दर्ज कराई। जब पुलिस ने आरोपी ने कड़ी पूछताछ की तो उसने हत्या करना कबूल कर लिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
असल में, मृतका पिस्ता बाई (26) को पहले पति ने छोड़ दिया था। वहीं, आरोपी पति कुलदीप को भी पहली पत्नी ने छोड़ दिया था। चार महीने पहले जुलाई में पिस्ता बाई की कुलदीप से शादी हुई थी। दोनों के बीच शादी (नाता) का एग्रीमेंट हुआ था। आरोपी कुलदीप सेनेटरी फिटिंग का काम करता है।
इसलिए करता था मारपीट
जानकारी के अनुसार, शादी के वक्त मायके वालों ने पिस्ता बाई को गहने दिए थे जिन्हें पिस्ता बाई ने मायके में रख दिया था। जेवर मायके में रखने की बात को लेकर उसका पति कुलदीप उससे झगड़ा और मारपीट करता था। कुलदीप ने मंगलवार रात को इसी बात से गुस्सा होकर अपनी पत्नी पिस्ता बाई की गला घोंटकर हत्या कर दी।
जब देर रात पुलिस को पिस्ता बाई की मौत की सूचना मिली तो वह मौके पर पहुंची। पिस्ता बाई का शव फंदे पर लटका पड़ा था। उसके गले में दो जगहों पर रस्सी के निशान थे। इन निशान से पुलिस को हत्या की शंका हुई। ऐसा भी बताया जा रहा है कि गला घोंटने से पूर्व आरोपी ने पिस्ता बाई को कोई दवाई खिलाई थी, जिससे वो बेहोश हो गई।
जानकारी के मुताबिक, आरोपी ने पिस्ता बाई के पिता रामचरण को रात करीब साढ़े 12 बजे आत्महत्या की सूचना दी थी। घटना के दौरान कुलदीप और उसकी बहन घर पर ही थी। वहीं, कुलदीप के पिता खेत पर गए हुए थे। मां अपने मायके गई हुई थी। इधर, पिस्ता बाई के परिजनों का कहना था यह कि पिस्ता बाई ग्रेजुएट थी। वो कभी भी आत्महत्या जैसा कदम नहीं उठा सकती।
पिस्ता बाई के परिजनों पति और ससुराल वालों पर दहेज प्रताड़ना और हत्या करने के मामले में शिकायत की थी। घटनास्थल से जो सबूत और मृतका के गले में रस्सी के दो निशान मिले उसके आधार पर परिजनों की शिकायत के बाद पुलिस ने हत्या के एंगल से जांच की। पुलिस ने करीब 12 घंटे में घटना का खुलासा किया।