चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) के निधन से बुधवार को देश भर में मातम पसर कर गया। किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि 8 दिसंबर का दिन एक अपूरणीय हानि के साथ ख़त्म होगा।
देश के प्रथम सीडीएस रहे जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) ने भारतीय सेना को मजबूती देने के साथ-साथ रक्षा क्षेत्रों में कई नवीन कोशिश की थे। उनके देहांत से रक्षा क्षेत्र को भारी नुकसान पहुंचा हैं। हालांकि अब प्रश्न उठता है कि आखिर CDS पद के लिए अगला योग्य शख्स कौन होगा? तथा किसके बाजुओं पर देश की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी?
CDS का पद सेना के तीनों अंगों में समन्वय बनाने के लिए बनाया गया था। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का पद सेना के तीनों प्रमुखों से ऊपर होता है। इतना ही नहीं, इस पद पर कार्यरत शख्स की आयु सीमा 65 वर्ष होती है।
जनरल बिपिन रावत (General Bipin Rawat) चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ के तौर पर सैनिक मामलों के विभाग के भी प्रमुख थे। वह तीनों सैन्य सेवाओं के लिए प्रशासनिक कार्यों की देखभाल करते थे। देश के सभी सुरक्षा एजेंसियों, संगठनों तथा साइबर कार्यों की जिम्मेदारी चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ के हाथों में ही होती है।
पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सुरक्षा मामलों की मंत्रीमंडल कमेटी की बुधवार को मीटिंग हुई। सीसीएस की इस मीटिंग में एमआई-17 वी5 हादसे में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी गई तथा दो मिनट का मौन रखा गया। हालांकि सूत्रों ने खबर दी कि इस मीटिंग में अगले सीडीएस के नाम पर भी विचार विमर्श किया गया है। सीडीएस पद के लिए जो सबसे योग्य नाम सामने आ रहा है वो सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे का है।
तत्पश्चात, जिनके नामों पर अटकलबाजी हो रही हैं, उनमें भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी एवं नौसेना प्रमुख एडमिरल आर। हरि कुमार सम्मिलित हैं। डिफेंस एक्सपर्ट सुशांत सरीन ने कहा कि सरकार अगला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ किसे बनाएगी यह फिलहाल स्पष्ट नहीं है।
हालांकि इसकी संभावना अवश्य बन रही है कि यह पद किसी सीनियर फाॅर्स के अफसर तथा अनुभवी व्यक्ति को दिया जा सकता है तथा वरिष्ठ सेना के अफसरों तथा अनुभवी लोगों में तीनों सेनाओं के प्रमुख मतलब आर्मी, नेवी एवं एयरफोर्स के चीफ सम्मिलित हैं। सूत्रों का यह भी कहना है कि केंद्र अपने पैरिमिटर्स के अनुसार CDS का चुनाव करेगी। इसपर स्थिति फिलहाल साफ़ नहीं है, हालांकि इस पद के लिए सबसे ऊपर सेना प्रमुख एमएम नरवणे का ही नाम है।
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