छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा जिले में अटल बिहारी पावर प्लांट में बवाल हो गया है। नियमितीकरण की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे मड़वा ताप विद्युत गृह के संविदा कर्मचारियों ने प्लांट के भवन, सरकारी वाहनों में जमकर तोड़ फोड़ की और कार को आग के हवाले कर दिया।
आंदोलन के आक्रमक रूप को देखते हुए पावर प्लांट के पास बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। इस घटना में 20 से 25 पुलिसकर्मी और 8 से 10 ग्रामीण घायल हुए है। आंदोलनकारियों का कहना है कि इतने दिन से प्रदर्शन करने के बावजूद हमारी मांगों को नहीं सुना गया। इसलिए उन्होंने 01 जनवरी से प्लांट के सामने ही प्रदर्शन शुरू किया था।
जांजगीर चांपा जिले के मड़वा स्थित विद्युत विभाग के पावर प्लांट में संविदा कर्मी स्थायी नौकरी की मांग कर रहे हैं। एक जनवरी को भी कर्मचारियों ने जमकर हंगामा किया और जिला प्रशासन ने कर्मचारियों और प्रबंधन के बीच मध्यस्थता के लिए बैठक कराने का निर्णय लिया। लेकिन आज दोपहर जिला प्रशासन ने आंदोलकारियों से कोरोना के चलते आंदोलन स्थल से हटने के आग्रह किया जिसपर कर्मचारियों द्वारा पत्थरबाजी की गई है।
जिसके बाद पुलिस ने अन्य भू विस्थापितों की गिरफ्तारी शुरू कर दी। जिससे माहौल और तनावपूर्व हो गया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर फायर ब्रिगेड की मदद से पानी की बौछार की। पुलिस के इस एक्शन का रिएक्शन दिखा लोगों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। इससे कई सुरक्षाकर्मी घायल हो गए हैं। वहीं उपद्रवियों ने कई गाड़ियों में आग लगा दी।
कलेक्टर एसपी 100 से भी अधिक पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर मौजूद है। प्रदर्शनकारी मौके से नदारद है। एसपी ने जानकारी दी है कि बिलासपुर से फोर्स बुलाई गई है। इस मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बाकी लोगों की गिरफ्तारी जल्द की जा रही है। घायल पुलिस कर्मियों को उपचार के लिए जिला हॉस्पिटल भेजा गया है।