उत्तर प्रदेश की सियासत में इस समय सियासी घमासान मचा हुआ है। जहां एक और सभी पार्टियां पूरी दमखम के साथ चुनाव मैदान में उतर रही है, वहीं दूसरी तरफ नेता दल बदल रहे हैं। BJP छोड़ने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य, धर्म सिंह सैनी, भगवती सागर, विनय शाक्य, रोशन लाल वर्मा, मुकेश वर्मा, बृजेश कुमार प्रजापति, चौधरी अमरसिंह, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए।
पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि आज का दिन भारतीय जनता पार्टी के अंत का इतिहास लिखने जा रहा है। मौर्य ने कहा कि,”आज बीजेपी के बड़े नेता जो कुंभकर्णी नींद सो रहे थे, जिनको कभी नेताओं, विधायकों और सांसदों से बात करने का वक्त नहीं मिता था, आज उनकी नींद हराम हो गई है। उनको नींद ही नहीं आ रही है। BJP के कुछ लोगो कहते हैं पांच साल तक इस्तीफा क्यों नहीं दिया? कुछ लोग यह भी कहते हैं बेटे के चक्कर में बीजेपी छोड़ी… मैं ऐसे लोगों से कहना चाहता हूं कि BJP के लोगों ने दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों और मजलूमों की आंख में धूल झोंककर सत्ता हासिल की थी।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा जिसका मैं साथ छोड़ता हूं, उसका कहीं अता-पता नहीं रहता है। हमारी बहन जी ( पूर्व सीएम मायावती) इसका मिसाल हैं। उन्होंने कहा कि मैं जब बसपा में था, वह नंबर 1 थी। बीजेपी नंबर 3 पर थी। मैं बीजेपी में गया तो वह नंबर 1 पर चली गई। मौर्य ने कहा कि 10 मार्च को जब परिणाम आएंगे तो भाजपा फिर से साल 2017 के पुराने आंकड़े पर पहुंच जाएंगी।