रूस और युक्रेन के बीच हो रहे युद्ध के बीच यूक्रेन में फंसे भारतीयों की निकासी का अभियान के तहत छत्तीसगढ़ के कुल 120 स्टूडेंट वापस भारत आ चुके हैं। अब सुमी और खारकिव जैसे पूर्वी शहरों में फंसे भारतीयों की निकासी का अभियान शुरू किया गया है। अधिकारियों का कहना है कि आज सभी को कम से कम संघर्ष क्षेत्रों से तो निकाल लिया जाएगा।
यूक्रेन में फंसे छत्तीसगढ़ियों की वापसी के लिए नियुक्त किए गए नोडल अधिकारी गणेश मिश्र ने बताया कि शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के 17 स्टूडेंट दिल्ली पहुंचे थे। शाम को उनकी उड़ान थी, मगर रद्द हो जाने की वजह से उन्हें सुबह की उड़ान से रायपुर भेजा गया है। आज यानि शनिवार को भी सुबह 10-12 स्टूडेंट रोमानिया और पाेलैंड से भारत वापस लौटे हैं।
गणेश मिश्र ने बताया कि अब कई हवाई अड्डों पर स्टूडेंट उतर रहे हैं, तो ऐसे में तेजी से सभी को वापस भी भेजा जा रहा है। अब तक छत्तीसगढ़ के 120 स्टूडेंट वापस लौट चुके हैं।
विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया, आज पूर्वी सीमा के कुछ जगहों पर सीजफायर हुआ है। तो ऐसे में खारकिव, सुमी जैसे शहरों से बसें लगाकर भारतीयों को वहां से निकाला जा रहा है। गणेश मिश्र ने यह उम्मीद जताई कि आज सभी भारतीयों को कम से कम संघर्ष क्षेत्रों से तो बाहर निकाल लिया जाएगा। लेकिन फिलहाल इनको रूसी क्षेत्र से निकाला जाएगा या कि पश्चिम की सीमाओं से यह तय नहीं हुआ है।
कीव में स्थित भारतीय दूतावास ने बताया कि सुमी में नागरिकों को सुरक्षित रूप से बाहर निकालने के लिए सभी तरह की संभावित तंत्रों की खोज की जा रही है। रेड क्रॉस समेत सभी वार्ताकारों के साथ निकासी और निकास मार्गों की पहचान पर चर्चा की गई है। हमारे सभी नागरिकों को जब तक वहां से बाहर नहीं निकाला जाता, तब तक नियंत्रण कक्ष सक्रिय रहेगा।
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