छत्तीसगढ़

यात्री ट्रेनों के रद्द होने से NSUI ने शुरू किया विरोध प्रदर्शन, संसद के घर का घेराव कर जमकर की नारेबाजी

Trains Cancelled: 
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की ओर से छत्तीसगढ़ से होकर जाने वाली यात्री ट्रेनों के रद्द(Trains Cancelled) ने से NSUI ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। रविवार को छात्र नेताओं ने भाजपा संसद अरुण के घर का घेराव कर जमकर नारेबाजी भी की साथ ही उन्होंने कोयला खदान के नाम पर आ रही आम लोगो की सुविधाएं बंद करने पर अपना विरोध भी दर्ज कराया है। साथ ही NSUI के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने रविवार की शाम नेहरू चौक से रैली निकालकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। इसके साथ ही छात्रों की रैली सांसद अरुण साव के बंगले तक भी पहुंची, जहां पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोक दिया।
कोयले की कमी के कारण दर्जनों ट्रेनें रद्द
हम आपको बता दे की देश में कोयले की आपूर्ति करने के लिए रेलवे ने देश भर में दर्जनों ट्रेनें रद्द(Trains Cancelled) कर दी है, क्योंकि छत्तीसगढ़ भी कोयले उत्पादकों में से एक है और छत्तीसगढ़ में से भी बहुत से ट्रेनें कोयले के लिए चलाई जा रही है, इसलिए बहुत सारी ट्रेनें छत्तीसगढ़ जो रद्द हुई हैं उसमें से अधिकतर छत्तीसगढ़ की भी है।
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NSUI के छात्र नेताओं ने कहा- सभी वर्गों के लोगों को हो रही परेशानियां
एनएसयूआई के कार्यकारी जिलाध्यक्ष रंजीत सिंह ने कहा कि देश में कोयला संकट के नाम पर अगले 20 दिनों तक रेलवे ने 1100 ट्रेनों को बंद कर दी है, जिसमें से अधिकतर ट्रेनें छत्तीसगढ़ की भी है। छत्तीसगढ़ की अब तक ३० से अधिक ट्रेनों को रद्द करने का फैसला भी लिया गया है। इस फैसले के कारण स्टूडेंट्स से लेकर यात्री, व्यापारी सहित अन्य सभी वर्ग के लोगो को परेशानी का सामना करना पद रहा है। ट्रेनों में मेल,एक्सप्रेस और लोकल गाड़ियां भी शामिल हैं।इन गाड़ियों में 500 ट्रिप और पैसेंजर ट्रेनों की 580 ट्रिप अब तक रद्द की गई है।
छात्रों को हो रही दिक्कत
NSUI के नेताओं ने छात्रों को हो रही दिक्कत का मुद्दा भी उठया उन्होंने कहा की प्रदेश में आने-जाने वाले छात्र-छात्राओं को काफी असुविधा हो रही है। प्रदेश में बहुत से ऐसे छात्र है जो दूसरे राज्य में पढ़ाई करते है साथ बहुत से ऐसे छात्र है जो दूसरे राज्य से छत्तीसगढ़ में पढ़ाई करने आते है और साथ इनके एग्जाम भी काफी पास है। जिसके कारण जो छात्र दूसरे राज्य में पढ़ाई करते है या फिर जो दूसरे राज्य से यहाँ पढ़ने आते है उन्हें ट्रेनों के रद होने के कारण काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है,साथ ही पदाधिकारियों ने कहा कि NSUI ने अभी तो सांकेतिक रूप से घेराव किया है साथ ही इन सभी कारणों को ध्यान में रखते हुए सांसद अरुण साव और साथ ही भारत के रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव एवं रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वीके त्रिपाठी के समक्ष अपनी मांगों को रखते हुए ज्ञापन भी सौंपा गया है।ट्रेनें शुरू नहीं की गई तो उन्होंने उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है।

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