बताया जा रहा है कि रद्द किए गए ट्रेनों में 99 लंबी दूरी की एक्सप्रेस और 32 मेमो ट्रेन में शामिल हैं कुल मिलाकर इन ट्रेनों की संख्या की बात की जाए तो इनकी संख्या 89 हज़ार 504 थी।
ट्रेनों के कैंसिलेशन के कारण रेलवे को 5 करोड़ से भी ज्यादा कर रिफंड करना पड़ा रहा है। दरअसल जिन यात्रियों ने इन ट्रेनों में यात्रा करने के लिए ऑनलाइन या काउंटर पर जाकर रिजर्वेशन कराया था उन्हें रेलवे द्वारा रिफंड किया जाना है बता दे कि ऑनलाइन टिकट ऑटोमेटिक कैंसिल हो गए हैं लेकिन ऑफलाइन टिकट कराने वालों को अभी रिफंड के लिए लंबी लाइनों में लगना पड़ रहा है। रेलवे ने पहले ही मेंटेनेंस को लेकर 22 एक्सप्रेस ट्रेनों को रद्द कर दिया था।
पहले भी इन ट्रेनों को किया गया था रद्द
24 अप्रैल से 23 मई तक 19 ट्रेनें रद्द, एक ट्रेन में 24 कोच के हिसाब से कुल 456 कोच, 32832 बर्थ।
25 मई से 24 जून तक 21 एक्सप्रेस व 12 मेमू रद्द। एक्सप्रेस में कुल 504 कोच के हिसाब से 36288 बर्थ।
मेमू में 96 कोच के हिसाब से 6912 सीटें।
24 जून से 7 जुलाई तक 21 एक्सप्रेस व 12 मेमू कैंसिल।
एक्सप्रेस में कुल 504 कोच के हिसाब से 36288 बर्थ। मेमू में 96 कोच के हिसाब से 6912 सीटें।
5 से 24 मई तक 9 एक्सप्रेस व 8 मेमू रद्द। एक्सप्रेस में 15552 बर्थ। मेमू में 6912 सीटें।
20 से 22 मई तक 4 एक्सप्रेस ट्रेनें कैंसिल, खड़गपुर में तीसरी लाइन का मेंटेनेंस। 96 कोच में 6912 सीटें।
17-18 जून को छात्र आंदोलन के कारण 3 ट्रेनें रद्द।
72 कोच के हिसाब से 5184 सीटें।
18-21 जून को भी छात्र आंदोलन से 4 एक्सप्रेस रद्द। 96 कोच में 6912 सीटें
इसे भी पढ़ें- Agneepath scheme: अग्निपथ योजना के विरोध में ट्रेन में आग लगा रहे थे दो युवक, पुलिस ने किया गिरफ़्तार