चिटफंड कंपनी के सीएमडी और डायरेक्टर गिरफ्तार
रायगढ़, कोरबा और जांजगीर में सात करोड़ रुपए से अधिक का करवाया था निवेश
रायगढ़ । रायगढ़ पुलिस ने चिटफंड कंपनी के सीएमडी और डायरेक्टर को प. बंगाल कोलकाता से गिरफ्तार किया है। दोनों से 60 लाख की संपति जब्त की है। कोलकाता वेयर इंडस्ट्रीज चिटफंड कंपनी ने छत्तीसगढ़ के जांजगीर, कोरबा, रायगढ़ जिलोे के 314 लोगों से 7 करोड़ 53 लाख रुपए डकार लिए थे, जिसमें रायगढ़ के 122 निवेशकों का 1 करोड़ 76 लाख रुपए भी शामिल हैं। इसकी जानकारी एएसपी ने रविवार को दी।
एसपी ने बताया कि यह दूसरी बार है, जब अंतर्राज्यीय चिटफंड कंपनी के डेयरेक्टरों को पकड़ने में पुलिस को सफलता मिली है। 1 दिसंबर 2018 को कुर्कुदा गांव के तेजराम ने तीन साल में रकम दुगना करने का लालच देकर कोलकाता वेयर इंडस्ट्रीज लिमिटेड कंपनी द्वारा 5 लाख रुपए जमा कराने के बाद रायगढ़ से अपना दफ्तर बंद कर भाग जाने की रिपोर्ट की थी, जिस की विवेचना के दौरान पुलिस को कंपनी के आरओसी कोलकाता से रजिस्टर्ड होने की जानकारी मिली। जिसका आरबीआई में लेनदेन करने का कोई पंजीयन नहीं मिला। इस कंपनी ने रायगढ़ स्थित कृष्णा कंपलेक्स के आफिस में करोड़ों रुपए जमा कराए और दफ्तर बंद कर बिना पैसा लौटाए 2015 में फरार हो गए थे।
पुलिस को पता चला कि कंपनी के सीएमडी शाहजहां खान व डायरेक्टर शमसूल आलम खान, राम कृष्ण मंडल, प्रवीण हलधर, रतन कुमार, अजय श्रीवास्तव, लुकमान अंसारी, सलीम लश्कर, चंदन चौधरी, शाह जमाल खान, कृष्णकांत हैं, जो डायमंड हार्बर साउथ 24 परगना कोलकाता में रहते हैं।
पुलिस ने इन सब के सीटी कोतवाली में भादवि की धारा 420, 120 (बी) 4, 5 चिटफंड अधिनियम एवं 6,10, CG निवेशकों के संरक्षण अधिनियम के तहत अपराध कायम कर आगे की जांच शुरू की। इसके लिए सीएसपी रायगढ़ के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई, जिसमें कलकत्ता में इस चिटफंड कंपनी के सीएमडी शाहजहां खान और कंपनी डायरेक्टर शमसूल आलम खान को गिरफ्तार कर लिया। कोतवाली पुलिस ने इनके कब्जे से सोने के जेवर 630 ग्राम, नगदी रकम 3 लाख रुपए, एक होंडा अकॉर्ड कार (कीमत करीब 15 लाख) राडो कंपनी.की घड़ी (कीमत करीब 1 लाख) कुल 60 लाख रु का माल मता जप्त किया।
इस तरह हाथ लगे शातिर ठग
कोतवाली, जूटमिल और साइबर सेल की टीम गठित कर आरोपियों की पतासाजी के लिए पश्चिम बंगाल भेजा गया। टीम में शामिल सीएसपी अभिनव उपाध्याय एएसआई इगेश्वर यादव, प्रधान आरक्षक हेमप्रकाश सोन, आरक्षक संदीप मिश्रा, उद्धव मांझी, बंशी रात्रे, शशिभूषण साहू, परमानंद पटेल के साथ लगातार 3-4 दिन साउथ सिटी रेजिडेंशियल और 24 दक्षिण परगना, डायमंड हार्बर में आरोपियों की पतासाजी की गई। जानकारी मिली कि कंपनी का सीएमडी शाहजहां खान बेनाम संपत्ति और रुतबा बना चुका था। एकाएक शाहजहां खान के गिरेबान पर हाथ डालने से पहले सीएसपी उपाध्याय ने कानूनन पूरी तैयारी की और 24 दक्षिण परगना कोलकत्ता की आईपीएस विदिशा कलिता से सामंजस्य बिठाया एवं जादवपुर पुलिस के सहयोग से 29 मंजिला फ्लैट मेँ दबिश देकर साउथ सिटी रेजिडेंशियल कोलकाता में आरोपियों की घेराबंदी की। जहां से दोनों आरोपी शाहजहां खान और शमसूल आलम खान को हिरासत में लिया गया। वहां से इन्हें रायगढ़ लाकर कल सीजीएम न्यायालय में पेश किया गया, जहां से दोनों 2 दिन का पुलिस रिमांड दिया गया।