ट्रेनें नहीं होंगी बंद, 4000 आइसोलेशन कोच तैयार : रेलवे बोर्ड
नई दिल्ली| देश में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए रेलवे मंत्रालय ने साफ कर दिया कि रेलवे सेवाएं बंद नहीं की जाएगी| रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सुनीत शर्मा ने जानकारी देते हुए कहा कि रेलवे मंत्रालय से किसी राज्य ने अब तक रेल गाड़ियों के परिचालन बंद करने को लेकर न तो बात की है न ही की मांग की है, इसलिए अभी किसी भी तरह से रेल सेवा को बंद करने का कोई सवाल ही नहीं उठता है|
ट्रेन सेवाओं में भी कोविड से पूर्व के हिसाब से 70 फीसदी तक गा़ड़ियां पटरी आ गई हैं| नाइट कर्फ्यू और वीकेंड कर्फ्यू में प्रदेश सरकारों ने रेल यात्रियों से यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए कुछ जांच की ही बात की है, लेकिन आवाजाही की सुविधाएं बहाल कर रखा है|
4000 आइसोलेशन कोच तैयार हैं
इसके साथ ही रेलवे ने देशभर के अलग-अलग जगहों पर कोविड 19 के मरीजों को ध्यान में रखते हुए 4000 आइसोलेशन कोच को भी तैयार किया गया है|
सुनीत शर्मा ने कहा कि राज्यों ने जहां कहीं भी कंटेनमेंट जोन वाले जगहों को लेकर चिंता जताई है, रेलवे ने ऐसे स्थानों पर जाने वाले यात्रियों को वहां की सरकार के दिशा निर्देश पालन के लिए जानकारी दी है| इसमें IRCTC के ई टिकटिंग वेबसाइट के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है|
श्रमिक ट्रेनें चलाने की कोई योजना नहीं
कुछ प्रदेशों के स्टेशनों पर अचानक भीड़ के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाने के सवाल पर शर्मा ने कहा कि अभी ऐसी कोई योजना नहीं है, लेकिन मांग और आवश्यकता के हिसाब ट्रेनें चलाई जाएंगी आइसोलेशन वार्ड के बारे में बताया कि 4000 कोच तैयार किए गए हैं|
अभी महाराष्ट्र के नंदूरबार से 100 से अधिक आइसोलेशन कोच की मांग मिली है. हमने 20 आइसोलेशन कोच उपलब्ध करा दिए हैं| रेलवे मुंबई, गुजरात, कर्नाटक के सभी स्टेशनों पर कड़ी नजर रखे हुए हैं| जोनल महाप्रबंधकों को और ट्रेनें चलाने के लिए कहा गया है|
भारतीय रेल प्रतिदिन 1490 मेल और एक्सप्रेस स्पेशल गाड़ियां चला रही है साथ ही 5397 उपनगरीय ट्रेन सेवाएं चला रही है. 28 क्लोन ट्रेन भी चलाई जा रही हैं. इसके साथ-साथ 947 यात्री रेल गाड़ियां भी चलाई जा रही है| कुल मिलाकर देखें तो कोविड से पहले चल रही ट्रेन की 70 फीसदी गाड़ियां चलाई जा रही हैं|
भीड़ को देखते हुए रेलवे 140 अतिरिक्त गाड़ियों का संचालन कर रहा है, जो अप्रैल और मई महीने में 483 फेरे लगाएंगी. ये गाड़ियां अधिक मांग वाले शहर जैसे गोरखपुर, दरभंगा, पटना, वाराणसी, बरौनी, समस्तीपुर, प्रयागराज, बोकारो, रांची लखनऊ, भागलपुर और कोलकाता के लिए चलाई जा रही है|