योजना को बीत गए 3 साल लेकिन अब तक नक्शा- खसरा नहीं आ पाया ऑनलाइन
रायपुर। दिनों से सरकार के आदेश के बावजूद जिले में भूमि की नकल पटवारियों द्वारा नहीं दिया जा रहा है। जबकि राज्य शासन के निर्देशानुसार रजिस्ट्री कराने के बाद भू-स्वामी के नाम पर ऑनलाइन रिकार्ड चढ़ाना है। लेकिन राज्य सरकार के इस आदेश को जिले के पटवारी एक बार फिर दरकिनार कर भूमि का खसरा, नक्शा चढ़ाने और देने में अनाकानी कर रहे हैं। यह सुविधा इसलिए शुरू की कई थी कि लोगों को भुईंया साफ्टवेयर के माध्यम से सभी जरुरी दस्तवेज बिना परेशानी के मिल सके। पटवारियों द्वारा 5 डिसमिल से कम भूमि का नकल नहीं दिये जाने से गरीब एवं मध्यम श्रेणी के लोगों के मध्य एक बार फिर निराशा देखी जा रही है। पीडि़तों ने बताया कि लगातार संबंधित क्षेत्र के पटवारी से नकल, नक्शा की मांग करने पर संबंधित पटवारी कहते हैं कि हमें ऊपर से आदेश है, इस कारण उक्त दस्तावेज नहीं दे रहे हैं। इस संबंध में प्रतिनिधि ने भी संबंधित क्षेत्रों के पटवारियों से संपर्क कर उनसे इस बारे पूछने पर इनके द्वारा गोलमाल जवाब दिया जा रहा है।
सुविधा के लिए यह व्यवस्था लागू
एक डिसमिल से लेकर 100 एकड़ जमीन के राजस्व दस्तावेज के लिए पटवारी कार्यालय जाना न पडे़। इससे पहले पटवारी कार्यालय से ही ये दस्तावेज उपलब्ध कराए जाते रहे हैं । दस्तावेजों के अलावा जमीन के दस्तावेजों का नकल भी सत्यप्रतिलिपि के जरिए जारी करने का अधिकार भू राजस्व संहिता में पटवारी को दिया गया है। डिजीटल हस्ताक्षर को केंद्र सरकार ने कानूनी मान्यता दे दी है। डिजीटल हस्ताक्षर से संबंधित राजस्व दस्तावेजों को साफ्टवेयर में अपलोड किया जाना है।
साहब का आदेश नहीं
सरोना निवासी ७० साल के बुजुर्ग सालिग सिंह ठाकुर ने बीस साल पहले जमीन ली थी। जमीन उनके नाम पर ही है लेकिन पटवारी नक्सा देने से इंकार कर रहे हैं। पीडि़त ने बीस साल पहले सरोना में पांच एकड़ जमीन ली थी। खुद की ओपन हार्ट सर्जरी कराने के लिए दो एकड़ जमीन बेंच दी। पटवारियों ने बीस साल बाद भी भूमि का नक्सा ऑनलाइन नहीं चढ़ाया है। नक्सा मांगने पर पटवारी द्वारा कहा जाता है कि तहसीलदार ने मना करके रखा है।
पटवारी नहीं अस्टिेंट संभालते हैं कार्यालय
६५ वर्षीय महिला ने गोंदवारा में सात साल पहले दो एकड़ जमीन की रजिस्ट्री कराई थी। अब महिला ने खुद की जमीन का नक्सा ऑनलाइन चेक किया तो ऑनलाइन रिकार्ड दिखाई नहीं दे रहा है। महिला कई दिनों तक पटवारी कार्यालय के चक्कर लगा रही है लेकिन पटवारी कार्यालय में अस्टिेंट ही नजर आते हैं
जिन पटवारियों की शिकायत मिलती हे उन पर कार्रवाई की जाती है। सभी को राजस्व दस्तावेज ऑनलाइन अपडेट करनेके लिए कहा गया है। कार्यालय में बैठना अनिवार्य है।
डॉ.एस.भारतीदासन, कलेक्टर, रायपुर