छत्तीसगढ़| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के 11 राज्यों के 60 कलेक्टरों की वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक लेकर कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी बात को आगे बढ़ाते हुए कलेक्टरों से वन-टू-वन बात शुरू की।
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बैठक में प्रधानमंत्री ने कलेक्टर से सवाल पूछा जिसका जवाब कलेक्टर महोदय नहीं दे पाए। मजेदार बात यह थी कि बैठक में प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल के साथ-साथ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद थे और इसका लाइव प्रसारण भी हो रहा था।
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कलेक्टर गांव और ग्राम पंचायतों की सही संख्या नहीं बता पाए
बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने जांजगीर-चांपा जिले के कलेक्टर यशवंत कुमार से जानना चाहा कि उनके जिले में कितने गांव हैं। कलेक्टर यशवंत कुमार ने पहले 600 से 700 गांव बताया फिर कहा कि 1400 गांव हैं। लेकिन उनका जवाब गलत था।
बता दें जांजगीर में 915 गांव और 657 ग्राम पंचायतें हैं। इसके बाद प्रधानमंत्री ने जब पूछा कितने गांवों में कोरोना फैला हुआ है और कितने अभी बचे हुए हैं। इस पर भी यशवंत कुमार बगले झांकते नजर आए और उन्होंने कहा, अभी ऐसा कोई डाटा हमारे पास नहीं है। और अपने साथ-साथ राज्य की भी जग हंसाई करा दी।
बैठक में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व आला अफसरों के साथ पांच जिलों बलौदाबाजार-भाटापारा, रायगढ़, जांजगीर-चांपा, कोरबा और बिलासपुर के कलेक्टर जुड़े थे।
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