रावण का अनोखा भक्त, पुतला न जलाने को लेकर हाईकोर्ट में लगाई याचिका
दशहरे के पर्व पर रावण को जलाने का पुराना रिवाज रहा है. विजयादशमी या दशहरे वाले दिन पूरे देश में रावण के पुतले को जलाया जाता है. रावण के पुतले को जलाने के लिए रावण का लंबा चौड़ा पुतला बनाया जाता है. किसी स्टेडियम में प्रोग्राम रखा जाता है जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं. क्या बच्चे, क्या बड़े और क्या बूढ़े हर उम्र के लोग रावण दहन देखने के लिए पहुंचते हैं. विशेषकर बच्चों में रावण दहन देखने का अलग ही उत्साह रहता है.
क्या आपको पता है की इंदौर में एक ऐसा भी शख्स है, जो यह चाहता है कि विजयादशमी यानी दशहरे के दिन रावण दहन ना किया जाए. यह मांग रखने वाला शख्स खुद रावण का परम भक्त है. जिसका पूरा परिवार भी रावण भक्त है. जिनका नाम है महेश गौहर. बता दें कि महेश गौहर वही शख्स हैं जिन्होंने इंदौर के परदेसीपुरा इलाके में रावण का मंदिर बना रखा है. साथ ही सुबह शाम रावण की पूजा आरती भी करते हैं.महेश गौहर रावण को अपना आराध्य मानते हैं. महेश गौहर बताते हैं कि हमने हाई कोर्ट में एडवोकेट हरीश शर्मा के माध्यम से पिटीशन दायर की है. जिसका मुख्य उद्देश्य है कि रावण की प्रतिमा को ना जलाया जाए. महेश बताते हैं कि लगभग 10 वर्ष का समय हो चुका है और हाई कोर्ट में वह मामला चल रहा है.
प्रशासनिक अधिकारियों वा जनप्रतिनिधियों से भी कर चुके मांग
महेश का कहना है कि वे जिला कलेक्टर, महापौर वा अन्य प्रशासनिक अधिकारी व नेताओं से भी मांग कर चुके हैं कि रावण दहन ना किया जाए. महेश की इस रावण भक्ति को देखकर हर कोई दंग रह जाता है. दरअसल महेश 1965 से रावण के अनुयाई हैं. वह एक बार अपने मामा की बारात में मंदसौर गए थे. वहां उन्होंने रावण की पूजा होती देखी. तभी से महेश रावण के अनुयाई हो गए.
रावण को परम ज्ञानी मानता है परिवार
महेश गौहर का मानना है कि रावण परम ज्ञानी था. साथ ही रावण भगवान शिव का परम भक्त था. यही नहीं महेश गौहर रावण को भगवान शिव का अवतार भी मानते हैं.इसलिए महेश गौहर का मानना है कि जो भी व्यक्ति रावण का दहन करता है.उसके जीवन में सुख-संपन्नता नहीं आती.महेश का मानना है कि रावण जलाने से पर्यावरण प्रदूषण होता है.इसलिए महेश गौहर सभी को रावण दहन ना करने के लिए प्रेरित करते रहते हैं. खैर महेश गौहर कि यह रावण भक्ति लोगों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है. जिसे हर कोई जानकर दंग रह जाता है.