मोदी सरकार 2.0 का बुधवार को विस्तार हो गया। जिसमें 43 नये मंत्रियों ने शपथ ली। मोदी कैबिनेट में मंत्रियों की संख्या बढ़कर 78 हो गयी है। इस 78 मंत्रियों वाले मंत्रिमंडल के 42 फीसद मंत्री दागी है। चुनाव सुधारों के लिए काम करने वाले समूह एडीआर की एक रिपोर्ट में ये बात सामने आयी है।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने चुनावी हलफनामों का हवाला देते हुए कहा कि इन सभी मंत्रियों के किए गए विश्लेषण में 42 प्रतिशत (33) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले होने का उल्लेख किया है। करीब 24 यानी 31 प्रतिशत मंत्रियों ने हत्या, हत्या के प्रयास, डकैती आदि समेत गंभीर आपराधिक मामलों की घोषणा की है। गृह राज्य मंत्री बने कूच बिहार निर्वाचन क्षेत्र के निशिथ प्रमाणिक ने अपने खिलाफ हत्या से जुड़े एक मामले की घोषणा की है। वह 35 वर्ष के मंत्री परिषद के सबसे युवा चेहरे भी हैं।
4 मंत्रियों ने की हत्या के प्रयास से जुड़े मामलों की घोषणा
जिन चार मंत्रियों ने हत्या के प्रयास से जुड़े मामलों की घोषणा की है। उनमें जॉन बारला, प्रमाणिक, पंकज चौधरी और वी मुरलीधरन शामिल हैं।
90 फीसदी करोड़पति
मोदी कैबिनेट के कुल 78 मंत्रियों में से 70 करोड़पति हैं, जो कैबिनेट के 90 फीसदी हिस्सा है। इनमें हर मंत्री की औसत संपत्ति की बात करें तो वो 16.24 करोड़ रुपए है। मोदी कैबिनेट में चार ऐसे मंत्री हैं, जिन्होंने 50 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति का उल्लेख हलफनामे में किया है। ये मंत्री हैं ज्योतिरादित्य सिंधिया, पीयूष गोयल, नारायण तातु राणे और राजीव चंद्रशेखर।
इन मंत्रियों के पास सबसे कम संपत्ति
आठ मंत्रियों ने अपनी संपत्ति एक करोड़ रुपये से कम घोषित की है। इनमें प्रतिमा भौमिक, जॉन बारला, कैलाश चौधरी, बिश्वेश्वर टूडु, वी. मुरालीधरन, रामेश्वर तेली, शांतनु ठाकुर एवं निशिथ प्रमाणिक शामिल हैं। इनमें प्रतिमा भौमिक के पास सबसे कम छह लाख की संपत्ति है।
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