Navratri:आज से शुरू हो रही हैं आषाढ़ गुप्त नवरात्रि, जानिए क्या है घटस्थापना का शुभ मुहूर्त
मां दुर्गा को समर्पित त्योहार नवरात्रि को हिंदू धर्म में सबसे पवित्र और ऊर्जावान माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार एक वर्ष में कुल 4 नवरात्र पौष, चैत्र, आषाढ़ और आश्विन मास में आते हैं। इनमें से पौष और अषाढ़ के दो गुप्त नवरात्रि होते हैं। ज्योतिषाचार्यो ने बताया कि इस बार आषाढ़ के गुप्त नवरात्र 30 जून से शुरू हो रहे हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गुप्त नवरात्रि में दस महाविद्याओं की पूजा की जाती है। Navratri
इस दौरान तंत्र विद्या का विशेष महत्व है। आषाढ़ माह में पड़ने वाली नवरात्रि को आषाढ़ गुप्त नवरात्रि के नाम से जाना जाता है। इस नवरात्रि में मां त्रिपुर भैरवी, मां धूमावती, मां बगलामुखी, मां काली, मां तारा देवी, मां त्रिपुर सुंदरी, मां भुवनेश्वरी, मां छिन्नमस्ता, मां मातंगी और कमला देवी की पूजा की जाती है। Navratri
जन्म कुंडली के दोषों को दूर करती है पूजा
अगर आपकी कुंडली में ग्रहों की अशुभ दशा की वजह से आपके जीवन में बहुत सी समस्याएं चल रही हैं तो गुप्त नवरात्र में आपको ग्रह शांति यज्ञ करवाना चाहिए। मान्यता है कि गुप्त नवरात्र में की जाने वाली यह पूजा बेहद असरदार होती है और कुंडली में अशुभ ग्रहों के प्रभाव को कम करती है।
गुप्त नवरात्रि 2022 शुभ मुहूर्त
आषाढ़ प्रतिपदा तिथि 29 जून को प्रातः 08:22 से प्रारंभ होगी, जो 30 जून को प्रातः 10.49 बजे समाप्त होगी। गुप्त नवरात्रि में अभिजीत मुहूर्त 30 जून को दोपहर 12.03.00 बजे से शुरू होगा, जो 12.57 बजे तक रहेगा। घटस्थापना का मुहूर्त 30 जून को सुबह 05:48 बजे से 10.16 बजे तक रहेगा।