छत्तीसगढ़

विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने जाहिर की अंतिम इच्छा, कहा- मरने से पहले एक बार राज्यसभा में जाऊं, न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर

बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत का राज्यसभा में जाने के विषय में बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने अपनी अंतिम इच्छा भी जाहिर की।
उन्होंने कहा कि राज्यसभा में जाने का फैसला लेने का काम हाईकमान करता है। ऐसे में वे जिसे चाहें भेज सकते हैं। मैने अपनी अंतिम इच्छा व्यक्त की थी। मेरी इच्छा है कि कम से कम मरने से पहले एक बार मैं राज्यसभा में जाऊं। आज जाऊं या कल जाऊं या कब जाऊं यह बात अलग है।
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आगे उन्होंने कहा कि यदि सभी जगहों पर काम कर लिया है तो एक शौक यह भी होता है कि राज्यसभा में भी जाएं। बाकी कोई और बात नहीं है। राज्यपाल हमारे साथ रही हैं। वे काफी अच्छी तरह से काम भी कर रही हैं। ऐसे में मैं भी उनसे पूछने जाऊंगा कि क्या मैं रिफार्म कर सकता हूं।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत मीडिया में इससे पहले भी राज्यसभा में जाने को लेकर अपना बयान दे चुके हैं। इस बीच वे मंगलवार को बिलासपुर प्रवास पर पहुंचे। इस दौरान महंत ने अपनी अंतिम इच्छा जाहिर की है।
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चरणदास महंत ने कहा कि विधानसभा संवैधानिक संरचना है। इसके लिए कई सारे नियम भी बनाए गए हैं।
जब उनसे एक सवाल पूछा गया तो जवाब में उन्होंने कहा कि संख्या कम होने की वजह से निश्चित रूप से विपक्ष थोड़ा कमजोर है, मगर इसके बाद भी मै उन्हें पर्याप्त समय देता हूं। इस वजह से सत्ता पक्ष के लोग कई बार मुझसे नाराज भी हो जाते हैं। लेकिन मैं आपको बता देना चाहूंगा कि मैंने अध्यक्ष बनने के बाद ही कहा था कि न काहू से दोस्ती न काहू से बैर, मैं पूरी तरह से निष्पक्ष रहूंगा।

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