भारतीय रेल को देश की जीवन रेखा कहा जाता है। रेलवे देश के एक छोर से यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाता है। देश में रेल यात्रा भी बेहद किफायती है। बस एक टिकट बुक करें और अपनी यात्रा पर निकल जाएं।
लेकिन, क्या आपने कभी सुना है कि भारतीय रेलवे में यात्रा करने के लिए किसी को पासपोर्ट और वीजा की जरूरत होती है? हालांकि, भारतीय नागरिकों को अपने ही देश में रेलवे स्टेशन जाने के लिए पाकिस्तानी वीजा लेना पड़ता है।
पाकिस्तान की सीमा से सटा अटारी देश का एकमात्र रेलवे स्टेशन है जहां जाने के लिए भारतीय नागरिकों को वीजा की जरूरत होती है। यहां के नागरिकों के लिए पाकिस्तानी वीजा अनिवार्य कर दिया गया है।
भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित होने के कारण अटारी रेलवे स्टेशन हमेशा बालों की सुरक्षा में रहता है। अगर कोई व्यक्ति यहां बिना वीजा के पकड़ा जाता है तो उसके खिलाफ 14 विदेशी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जाता है।
इस धारा के लागू होने के बाद जमानत भी बड़ी मुश्किल से मिलती है। देश की सबसे वीवीआईपी ट्रेन समझौता एक्सप्रेस को अटारी रेलवे स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया है। इस रेलवे स्टेशन से रेलवे टिकट खरीदने वाले प्रत्येक यात्री का पासपोर्ट नंबर लिखा जाता है और फिर यात्रा के लिए एक कन्फर्म सीट दी जाती है।
अटारी रेलवे स्टेशन से ट्रेन अगर किसी कारण से लेट हो जाती है तो यह इस संबंध में भारत और पाकिस्तान दोनों के रजिस्टर में दर्ज है। यहां रेलवे स्टेशन के आसपास पंजाब पुलिस के पहरेदार और फोटोग्राफी प्रतिबंधित है।