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आयुष्मान कार्ड बनवाने की अंतिम तिथि 30 सितंबर, कोरोना, ब्लैक फंगस समेत कई बीमारियों का होगा नि:शुल्क इलाज

रायपुर. जिले में आयुष्मान कार्ड बनवाने को लेकर पात्र हितग्राहियों की तरफ से रूचि नहीं दिखाई जा रही है, जबकि कोरोना, ब्लैक फंगस समेत कई बीमारियों का इससे नि:शुल्क इलाज होता है। रायपुर में 57 प्रतिशत लोगों ने आयुष्मान कार्ड नहीं बनवाए हैं।
पात्र हितग्राहियों के पास स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कार्ड बनवाने के लिए सूचना भी पहुंच चुके हैं, इसके बावजूद वंचित लोग कार्डों को बनवाने के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता व आयुष्मान योजनांतर्गत 552102 परिवार के 2647073 सदस्यों का कार्ड बनाए जाने का लक्ष्य निर्धारित हैं। अब तक 1132795 सदस्यों का आयुष्मान कार्ड बनाया गया है, जो लक्ष्य का 43 प्रतिशत है। आयुष्मान योजना के तहत पात्र हितग्राही 5 लाख तथा डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना अंतर्गत पात्र हितग्राही 50 हजार तक का लाभ पंजीकृत स्वास्थ्य संस्थानों में उठा सकते हैं। योजना के तहत 52 सरकारी और 160 निजी अस्तपाल सूचीबद्ध हैं, जहां कार्डधारक अपना इलाज योजना के तहत करा सकते हैं।
बेहतर योजना का उठाएं लाभ
अधिकारियों का कहना है कि लोगों में जागरूकता का अभाव नजर आ रहा है। शासन की योजना का लाभ लोगों को उठाया जाना चाहिए। कभी भी कोई बीमार हो सकता है इसलिए वंचित लोगों को आयुष्मान भारत कार्ड जरूर बनवा लेना चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत प्रतिनिधियों को चाहिए कि वह अपने-अपने गांव में मुनादी कराकर आयुष्मान कार्ड बनवाने लोगों को प्रोत्साहित करें।
30 सितंबर तक बनेंगे कार्ड
‘आपके द्वारा आयुष्मान’ अभियान 2.0 के तहत जिले के सभी विकासखंडों के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में संचालित च्वाइस सेंटरों पर आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं। च्वाइस सेंटरों पर आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए राशन व आधार कार्ड जरूरी है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि 1 से 31 मार्च तक ‘आपके द्वार आयुष्मान’ अभियान संचालित हुआ था, जिसे बढ़ाकर 31 अगस्त किया गया था। शासन के निर्देशानुसार अब इसे 30 सितंबर किया गया है। अभियान के तहत प्रदेश में 93 लाख कार्ड बनाए गए थे, जिसमें रायपुर के 7.5 लाख शामिल थे।
जिले के सभी विकासखंडों के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में संचालित च्वाइस सेंटरों पर 30 सितंबर तक नि:शुल्क आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा। हितग्राही शासकीय और पंजीकृत निजी अस्पताल में कार्ड होने पर लाभ उठा सकते हैं।
– डॉ. मीरा बघेल, सीएमएचओ, रायपुर

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