एक बार फिर छत्तीसगढ़ कांग्रेस में जारी सियासी घमासान के बीच राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव सोमवार को दिल्ली पहुंचे।
जानकारी अनुसार सिंहदेव राष्ट्रीय राजधानी पहुंचने के बाद, कांग्रेस नेता ने सबसे पहले छतरपुर मंदिर में पूजा-अर्चना की। सूत्रों के अनुसार “टीएस सिंहदेव एक-दो दिन दिल्ली में रहेंगे और कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं।
बता दें प्रदेश में मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर कांग्रेस में चल रही कलह अब किसी से छिपी हुई नहीं है। सीएम पद के लिए ढाई-ढाई साल के फार्मूले को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है।
वहीं दूसरी तरफ कुछ राष्ट्रीय मीडिया चैनलों की रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस आलाकमान ने छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल को महीने के अंत तक पद छोड़ने का अंतिम अल्टीमेटम भेजा है। लेकिन सत्ता पर काबिज किसान का बेटा झुकने को तैयार नहीं है।
निजी मीडिया चैनल की रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने छतीसगढ़ के सीएम उम्मीदवार टीएस सिंहदेव के लिए सीएम बघेल को पद छोड़ने के लिए कहा है। ऐसी खबर के बाद अटकलें और तेज हो गई है।
छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव रविवार को दिल्ली से लौटे थे। इस दौरान मीडिया से उन्होंने कहा कि आलाकमान के पास कई मामले होते हैं, जिन पर उन्हें निर्णय करना होता है। उन्होंने कहा कि हर फैसले पर समय आने पर आलाकमान निर्णय लेता है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिल्ली में कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक के बाद शनिवार को कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात की। कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ में पिछले कुछ महीनों से संभावित बदलाव की अटकलें लगाई जा रही हैं।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री के तौर पर भूपेश बघेल की सरकार को जून में ढाई साल हो गए है। इसलिए सिंहदेव और उनके समर्थक पार्टी पर मुख्यमंत्री बदलने का दबाव बना रहे हैं।
सिंहदेव के समर्थकों का कहना है कि ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री को लेकर सहमति बनी थी और ऐसे में अब सिंहदेव को मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए।
सिंहदेव का दावा है कि उनसे वादा किया गया था कि बघेल के आधे कार्यकाल के बाद उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। वहीं, सीएम बघेल के करीबी सूत्रों का कहना है कि ढाई-ढाई साल का मुख्यमंत्री बनाने जैसा कोई फॉर्मूला नहीं है। उन्होंने कहा कि इस समय सरकार को अस्थिर करना विनाशकारी हो सकता है।
दिसंबर 2018 में हुए छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने प्रचंड बहुमत से जीत हासिल की थी। फिर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बघेल को मुख्यमंत्री बनाया गया। चुनाव में मेनिफेस्टो कमेटी के मुखिया टीएस सिंह देव थे।
बता दें कांग्रेस की इस वक्त सिर्फ तीन राज्यों में सरकार है। पंजाब, राजस्थान और छत्तीसगढ़। इसके साथ पार्टी महाराष्ट्र और झारखंड सरकार में शामिल है। पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू का झगड़ा सुलझाने में पार्टी का सांस फूल रहा है। वहीं, इसके बाद छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी आए दिन सियासी पारा बढ़ ही जाता है।
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