मैथिली ठाकुर की एंट्री से भाजपा में घमासान, विधायक मिश्री लाल ने छोड़ी पार्टी

पटना। बिहार में पहले चरण के विधानसभा चुनाव नामांकन के बीच भारतीय जनता पार्टी को शनिवार को बड़ा झटका लगा। अलीनगर से पार्टी विधायक मिश्री लाल यादव ने इस्तीफा देकर सियासी हलचल तेज़ कर दी है। इस्तीफे के पीछे की वजह उन्होंने पार्टी में दलितों और अन्य पिछड़े वर्गों की उपेक्षा को बताया है।
मिश्री लाल यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि वे अब भाजपा में नहीं रह सकते क्योंकि पार्टी ने उनके समुदाय को लगातार दरकिनार किया है। उन्होंने कहा, “दलित और पिछड़े समाज को सिर्फ वोट बैंक समझा जाता है। जब टिकट देने की बात आती है, तो बाहरी चेहरों को तरजीह दी जाती है।
सूत्रों के मुताबिक, यादव इस बात से नाराज़ थे कि इस बार भाजपा अलीनगर सीट से उन्हें टिकट नहीं देकर प्रसिद्ध लोकगायिका मैथिली ठाकुर को मैदान में उतार सकती है। हालांकि पार्टी ने इस पर आधिकारिक घोषणा नहीं की है, लेकिन अंदरूनी हलकों में इसकी चर्चा जोरों पर है।
मिश्री लाल यादव ने कहा कि मैंने 2020 में एनडीए के लिए पहली बार अलीनगर सीट जीती थी। इससे पहले यहां कई अमीर और बाहुबली उम्मीदवार भी हारते रहे थे। मेरी जीत मेहनत और जनता के विश्वास का नतीजा थी, लेकिन अब पार्टी मेरी जगह एक सेलिब्रिटी चेहरे को लाना चाहती है, यह नाइंसाफी है। उन्होंने कहा कि वे जल्द ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल को अपना इस्तीफा सौंपेंगे और आगे की राजनीतिक रणनीति पर विचार करेंगे।