बिग ब्रेकिंगभारत

बिरसा मुंडा शासकीय महाविद्यालय शहडोल का बुरा हाल, गंदगी और अव्यवस्था से छात्र और यात्रियों को हो रही परेशानी

रजनीश पाठक / शहडोल: क्षेत्र का प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान बिरसा मुंडा शासकीय महाविद्यालय शहडोल इन दिनों बदहाल स्थिति से गुजर रहा है। जहां उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों को स्वच्छ और अनुशासित वातावरण मिलना चाहिए, वहीं वर्तमान हालात इसके ठीक उलट हैं। महाविद्यालय परिसर में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है।

महाविद्यालय में न तो नियमित सफाई की व्यवस्था है और न ही छात्रों के लिए स्नान एवं धुलाई जैसी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसका सीधा असर न केवल छात्रों के स्वास्थ्य और पढ़ाई पर पड़ रहा है, बल्कि संस्थान की साख पर भी प्रश्नचिह्न खड़ा कर रहा है। कॉलेज आने वाले विद्यार्थियों को गंदगी और अस्वच्छ वातावरण का सामना करना पड़ रहा है।

सबसे गंभीर स्थिति महाविद्यालय के पास स्थित अस्पताल के गंदे पानी के निकासी तंत्र की है। अस्पताल से निकलने वाला यह गंदा और दूषित पानी सीधे सड़क पर बहता हुआ महाविद्यालय के सामने से गुजरता है। इससे रास्ते पर आने-जाने वाले विद्यार्थियों, शिक्षकों और आम नागरिकों को लगातार परेशानी उठानी पड़ रही है। बरसात के मौसम में यह समस्या और भी विकराल हो जाती है, जब गंदा पानी सड़क पर फैलकर दुर्गंध और मच्छरों का प्रजनन स्थल बना देता है।

स्थानीय लोगों और छात्रों का कहना है कि उन्होंने कई बार इस समस्या की शिकायत संबंधित विभागों और प्रशासनिक अधिकारियों से की है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। छात्रों का कहना है कि गंदगी के कारण बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है और कॉलेज का माहौल प्रभावित हो रहा है।

महाविद्यालय के आसपास की यह बदहाल स्थिति न केवल स्वास्थ्य संबंधी चिंता पैदा करती है बल्कि शासन-प्रशासन की उदासीनता को भी उजागर करती है। जिस संस्थान का नाम आदिवासी नायक बिरसा मुंडा के नाम पर रखा गया है, वहां मूलभूत सुविधाओं का अभाव होना अत्यंत विडंबनापूर्ण है।

विशेषज्ञों का कहना है कि यदि जल्द ही सफाई और जल निकासी की ठोस व्यवस्था नहीं की गई तो यह समस्या गंभीर स्वास्थ्य संकट का कारण बन सकती है। वहीं छात्रों और स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि कॉलेज परिसर और आसपास की सड़कों की नियमित सफाई की जाए तथा अस्पताल के गंदे पानी की निकासी के लिए स्थायी समाधान खोजा जाए।

फिलहाल, बिरसा मुंडा शासकीय महाविद्यालय शहडोल की यह स्थिति प्रशासनिक लापरवाही की ओर इशारा करती है और छात्रों सहित समाज के लिए चिंता का विषय बनी हुई है।

Related Articles

Back to top button