Chhattisgarh के कोंडागांव जिले में BSF जवान के साथ ठगी का एक मामला सामने आया है। जवान ने आरोपी देवानंद से जमीन खरीदने के लिए उसे 12 लाख रुपए दिए थे। लेकिन, बाद में पता चला कि जमीन देवानंद की है ही नहीं। इसके बाद जवान के होश उड़ गए और उसने देवानंद के खिलाफ केस दर्ज कर दिया। अब पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है। इस पूरे मामला का खुलासा 73 दिन की जांच के बाद हो सका है।
केशकाल थाना क्षेत्र के सिदावंड गांव के रहने वाले BSF जवान विजय कुमार नाग ने 18 मई को केशकाल थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि कोहकामेटा के रहने वाले देवानंद ने उनके साथ ठगी की है। देवानंद ने दूसरे की जमीन को अपना बताया। 2019 से लेकर अब तक BSF जवान व उसकी पत्नी के खाते से 12 लाख रुपए ट्रांसफर करवाए। रुपए लेने के बाद न तो रजिस्ट्री करवाई और न रुपए वापस कर रहा है। दो साल बाद जब पता चला कि यह जमीन देवानंद की है ही नहीं तो जवान के होश ही उड़ गए। उसने फौरन थाने जाकर रिपोर्ट दर्ज कराई।
73 दिन बाद पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
केशकाल थाना प्रभारी भीमसेन यादव ने बताया कि, BSF जवान की शिकायत के बाद थाना में अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया था ।18 मई से अब तक लगातार 73 दिनों से पुलिस मामले की जांच कर रही थी। हर उस पहलुओं को खंगाला जा रहा था जो इससे जुड़े थे। आखिरकार पुलिस तह तक पहुंच गई। जांच करने के बाद सत्यता पाई गई। आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में भेज दिया गया है।
Read More Porn Racket Case: मुंबई पुलिस ने गिरफ्तारी से बचने को मांगी थी 15 लाख रिश्वत- गहना वशिष्ठ