रायपुर। छत्तीसगढ़ में इस सप्ताह बारिश होने की संभावना जताई जा रही है। यह राजस्थान के ऊपर शुक्रवार को बन रहे चक्रीय चक्रवाती घेरे के कारण हाेगा। प्रदेश में हवा की दिशा में भी बदलाव हुआ है। ऐसे में 9 जनवरी से प्रदेश के कई हिस्सों में हल्के से मध्यम स्तर की बरसात होने की संभावना जताई जा रही है। कहीं-कहीं ओले भी गिर सकते हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र, रायपुर के विज्ञानी एचपी चंद्रा ने का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ की वजह से 7 जनवरी को दक्षिण-पश्चिम राजस्थान के ऊपर, ऊपरी हवा के एक चक्रीय चक्रवाती घेरे का निर्माण हो रहा है। इस घेरे के पूर्व दिशा की ओर आगे बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। इसलिए हवा की दिशा में बदलाव हो गया है।
उन्होंने कहा कि, न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान में मामूली वृद्धि की संभावना बन रही है। वहीं, प्रदेश में 9 जनवरी से यहां के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम स्तर की वर्षा अथवा गरज-चमक के साथ छीेंटे पड़ सकते है। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ ओलावृष्टि की भी संभावना है।
सामान्य मासिक वर्षा मात्र 15 मिलीमीटर
सामान्य तौर पर छत्तीसगढ़ में जनवरी के महीने में कम ही बारिश होती है। वहीं, रायपुर में जनवरी की मासिक वर्षा का औसत केवल 15 मिलीमीटर है। 2021 में जनवरी में एक बूंद भी पानी नहीं गिरा। जनवरी में 24 घंटे के भीतर अधिकतम वर्षा का रिकॉर्ड साल 1921 का है। उस दौरान 22 जनवरी को 55.4 मिलीमीटर बरसात हुई थी।
दिसम्बर के आखिर में किया नुकसान
दिसम्बर 2021 के आखिर में छत्तीसगढ़ में अधिकतर जिले में मध्यम से भारी स्तर की बारिश हुई। रायपुर में बरसात ने रिकॉर्ड ही तोड़ दिया। यहां शाम से सुबह 8.30 बजे तक ही 66 मिमी बरसात हुई। दूसरे जिलों में भी बहुत बारिश हुई।
ओलावृष्टि की वजह से सड़कें और खेत-मकान पूरी तरह से पट गए। यहां के किसानों को भारी बरसात और ओलावृष्टि की वजह से काफी नुकसान हुआ। सरकारी धान खरीदी केंद्रो में रखे धान भी भीग गया।
Back to top button