रायपुर। राजधानी रायपुर के जिला अस्पताल में 3 बच्चों की मौत हो गई। इसके बाद मरीज के परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि बच्चों की तबियत बिगड़ रही थी ऐसे में उन्हें बिना ऑक्सीजन लगाए ही डॉक्टर उन्हें दूसरे अस्पताल मे रेफर कर रहे थे। वहीं अस्पताल में मौजूद एक मरीज के परिजन ने दावा किया है कि 3 नहीं 7 बच्चों की मौत हुई है।
3 नहीं बल्कि 7 बच्चों की हुई मौत
बातचीत के दौरान, एक बच्चे के पिता ने कहा कि उसके बच्चे की तबियत खराब थी इसलिए उसने अपने बच्चे को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया था ईलाज के लिए। किंतु स्थिति जब और बिगड़ गई तो वहाँ के डॉक्टरों ने उसे अपने बच्चे को किसी प्राइवेट अस्पताल ले जाने को कह दिया। ऐसे में उनके बच्चे को एक ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत थी। लेकिन अस्पताल प्रबंधन द्वारा उन्हें सिलेंडर नहीं दिया गया।इस दौरान अस्पताल में भर्ती दो और बच्चों की मौत हो गई। इससे परिजन आक्रोश में आ गए और वे डॉक्टरों पर चिल्लाने लगे। सूचना पर पंडरी थाने की पुलिस आई और जांच पड़ताल करने में जुट गई।
पुलिस के आने के बाद माहौल हुआ शांत
काफी देर तक परिजनों और डॉक्टरों के बीच हंगामा होता रहा।परिजनों को अपने सवालों के सही जवाब नहीं मिल पा रहे थे और इस वजह से वे काफी खफा थे। आखिर में जब पुलिस आई तब कहीं जाकर माहौल शांत हुआ। अस्पताल प्रबंधन का कहना था कि मौत सामान्य था। जबकि, परिजनों का कहना था कि मौत की वजह कुछ और है।
एक परिजन ने कहा 3 नहीं 7 लाशें थीं
बेमेतरा से आए एक मरीज के परिजन ने कहा कि उसने अपनी आँखों से अस्पताल में 7 बच्चों के शवों को यहां से ले जाते देखा। उनके खुद के दो बच्चों को उन्होंने अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया है मगर अब तक उन्हें उनके बच्चों की स्थिति की जानकारी नहीं दी गई है।
डॉक्टर बताते हैं रोज नई बीमारी
एक बच्चे के पिता जो अपने बच्चे का इलाज जिला अस्पताल में ही करवा रहे हैं,उनसे बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि डॉक्टरों ने उसे इतने दिनों में कई तरह की बीमारियाँ बता दी है। पहले तो किडनी खराब है कहा। फिर कहा,बच्चे की जिंदगी सिर्फ 10 मिनट के लिए है। अब तक उन्हें अपने बच्चे की स्थित्ति की सही जानकारी नहीं है।
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