Chhattisgarh Budget Session:
छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र आज यानि सोमवार से शुरू होने जा रहा है। इस बजट सत्र की शुरुआत सुबह 11 बजे राज्यपाल अनुसूईया उइके के भाषण के साथ होगी। पहले दिन दिवंगत पूर्व सांसदों-विधायकों के साथ लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि दी जाएगी। बता दें कि इस बजट सत्र में कुल 13 बैठकें होने वाली हैं।
सत्र के पहले दिन राज्यपाल अनुसूईया उइके विधानसभा जाएंगी। जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू होगी वैसे ही राज्यपाल का अभिभाषण होगा। इसमें राज्यपाल सरकार के कामकाज का डिटेल देंगी। बता दें कि राज्यपाल के अभिभाषण को सरकार का विजन डॉक्यूमेंट माना जाता है। अभिभाषण खत्म हो जाने के पश्चात संसदीय कार्य मंत्री रविंद्र चौबे धन्यवाद प्रस्ताव लाएंगे। फिर इस सभा में दिवंगत पूर्व विधायक रमेश वर्ल्यानी, मदन सिंह डहरिया और दिवंगत पार्श्व गायिका लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि दी जाएगी।
सोमवार को ही वित्तीय वर्ष 2021-22 का तीसरा अनुपूरक बजट पेश किया जाएगा। मंगलवार को इस पर चर्चा प्रस्तावित है। इस बार यह सत्र 25 मार्च तक के लिए प्रस्तावित किया गया है। बता दें कि अभी से पहले जितने भी बजट सत्र हुए हैं उनका आकार कम से कम 20-25 दिन रहता आया है। विपक्ष खासकर भाजपा ने इस बार एक दिन पहले ही विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत से मुलाकात की और समय से पहले सत्र खत्म नहीं करने की बात की है। ऐसे में अब कहा जा रहा है कि इस बार सदन प्रस्तावित तारीख तक चलेगा।
एक लाख करोड़ से अधिक का बजट
जानकारी के लिए बता दें कि वर्ष 2022-23 का आम बजट 9 मार्च को आने वाला है। अब इस बार मुख्य बजट का आकार एक लाख करोड़ रुपए से अधिक के होने की उम्मीद जताई जा रही है। वित्त विभाग द्वारा इसकी तैयारियां भी पूरी कर ली गई हैं। यह भी बता दें कि इस बार का यह बजट छत्तीसगढ़ में अब तक का सबसे बड़ा बजट होगा।
विपक्ष की सरकार को घेरने की तैयारी
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने बताया कि यह सत्र सिर्फ 13 दिनों का ही है जबकि बजट सत्र लगभग 28 से 29 दिनों का होता रहा है। इसमें बहुत सारे विषयों पर चर्चा, महत्वपूर्ण बिल पर चर्चा, हर विभाग के ऊपर डिस्कशन किया जाता है। इस सत्र में सभी सदस्य भाग लेते हैं, अपनी बात रखते हैं, अपने क्षेत्र की बात रखते हैं, सुझाव देते हैं। आगे कौशिक ने कहा, सत्र को कम करके प्रदेश सरकार क्या साबित करना चाहती है। उन्होंने कहा, हम एक-एक मिनट का उपयोग करेंगे और सरकार की नाकामी को जनता के बीच में उजागर करेंगे।
इन मुद्दों पर घेरने की योजना
इस बार कर बजट सत्र के दौरान भाजपा ने सरकार को कुछ महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर घेरने की योजना बनाई है। इन मुद्दों में प्रदेश में रही चाकूबाजी, दुष्कर्म, रेत माफिया, भू-माफिया, खनिज माफिया, कोयला चोरी, अधिकारियों, पुलिस कर्मियों के साथ मारपीट की घटनाएं शामिल हैं।
Back to top button