अस्पताल प्रशासन की लापरवाही से राजधानी में हुई थी महिला की दर्दनाक मौत, छत्तीसगढ़ मानव अधिकार आयोग ने स्वतः लिया संज्ञान
रायपुर @ विक्रम प्रधान। रायपुर से प्रकाशित एक प्रमुख दैनिक समाचार पत्र में दिनांक 10-09-2020 को इस आशय से खबर प्रकाशित हुई कि भिलाई की 54 वर्षीय महिला को साँस लेने में तकलीफ़ होने पर उनके परिजन भिलाई, दुर्ग और रायपुर के विभिन्न अस्पतालों के चक्कर काटते रहे, परंतु अस्पताल प्रशासन ने बेड ख़ाली नही होने का हवाला देकर पीड़ित को लौटा दिया।
पीड़िता का कोरोना टेस्ट भी भिलाई के अस्पताल में किया गया था, परंतु अस्पताल प्रशासन की लापरवाही में उसकी मृत्यु हो गई। चूँकि घटना लोक स्वास्थ्य से सम्बंधित है तथा कोरोना वायरस के संक्रमण के दौरान अस्पतालों में बेड के अभाव का यह समाचार चिंताजनक है, कोरोना के संबंध में राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग से भी इस आशय का पत्र प्राप्त हुआ है, कि कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए शासन द्वारा उचित स्वास्थ्य सुविधा हेतु, इन प्रकरणों पर त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।
विषय की गम्भीरता को ध्यान में रखते हुए आयोग के कार्यवाहक अध्यक्ष श्री महेंद्रपाल सिंघल एवं सदस्य श्री गिरधारी नायक के निर्देशानुसार प्रकाशित खबर के आधार पर स्वतः स्फूर्त संज्ञान लेकर संचालक, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग से प्रतिवेदन आहूत किया गया है।