सुकमा। नक्सलियों की तलाश में निकले जवानों के हाथ लाखों रुपए के गांजे की खेप लग गई। एक दो नहीं बल्कि पूरे 200 किलों गांजा अलग अलग पैकेट में पैक कर पुल के नीचे छिपाकर रखा गया था। जब जवान सर्चिंग कर रहे थे तो उन्हें भी अहसास नहीं था कि यहां पर इतनी मात्रा में गांजा मिलेगा। बहरहाल इस मामले में पुलिस ने अज्ञात तस्करों के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है।
मिली जानकारी के अनुसार, गांजे की यह खेप सुकमा जिले में नेशनल हाईवे 30 में एक पुल के नीचे मिली। छिंदगढ़ से CRPF और जिला पुलिस बल के जवान रूटीन सर्चिंग पर निकले थे। जवानों का टारगेट नक्सली व उनके मुवमेंट रहता है। इसी के लिए हर संदिग्ध स्थलों पर जवान जांच कर रहे थे। सर्चिंग से लौटते समय जवानों ने राजामुंडा के पास नेशनल हाईवे 30 पर स्थित एक पुल के पास रुके। यहां पर जवानों की नजर पुल के नीचे छिपाए गए बोरों पर पड़ी।
इसके बाद जवान पुल के नीचे पहुंचे और बोरों को खोलकर देखा तो इनके होश उड़ गए। यहां पर लगभग 30 से अधिक पैकेट में गांजा भरकर छिपाया गया। गांजा निकालने के बाद इसकी वजन कराया तो यहा 200 किलो निकला। बाजार में इस गांजे की कीमत 24 लाख रुपए से ज्यादा बताई जा रही है। माना जा रहा है कि सीमा वर्ती क्षेत्रों में पुलिस की चेंकिंग के कारण तस्करों ने यह गांजा पुल के नीचे छिपाकर रखा था।
मामले मे सुकमा की छिंदगढ़ पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि आखिर यह गांजा आया कहां से है। पुलिस को अनुमान है कि तस्करों ने यह गांजा ओडिशा से स्मगल किया है और पुलिस के डर से यहां छिपा दिया था। तस्कर मौके की तलाश में थे इससे पहले की पुलिस की नजर पड़ गई। पुलिस का कहना है कि यहां पर यह गांजा लगभग दो तीन माह पहले छिपाया गया होगा।
Back to top button