सुकमा। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में आए दिन नक्सली उत्पात मचाते रहते हैं। यहां नक्सलवाद को खत्म करने के लिए तरह-तरह के अभियान चलाए जा रहे हैं। अब इस बार पुलिस को लंबे समय के बाद नक्सल विरोधी अभियान के तहत एक बड़ी सफलता मिली है।
जिले में पूना नर्कोम यानी नई सुबह अभियान से प्रभावित होकर एक नक्सली दंपती सहित कुल 4 माओवादियों ने सरेंडर कर दिया है। इनमें से एक माओवादी पर 3 लाख रुपए और अन्य दो पर 2-2 लाख रुपए के इनाम हैं। ये सभी माओवादी पिछले कई सालों से संगठन में रहकर सक्रिय थे। बताया जा रहा है कि आत्मसमर्पण किए नक्सलियों में से एक उत्तर बस्तर डिवीजन प्रेस टीम का कमांडर भी शामिल है।
जानकारी के अनुसार, नक्सली मुचाकी सोमड़ा और मुचाकी सोमड़ी माओवाद संगठन में सक्रिय थे। इसी दौरान दोनों को प्यार हुआ। इसके बाद दोनों ने शादी कर ली। मगर संगठन में रहकर वे अपनी जिंदगी नहीं जी पा रहे थे। इस वजह से दोनों ने सरेंडर करने के फैसला लिया। इसके बाद उन दोनों ने सुकमा पुलिस अधीक्षक के सामने आकर सरेंडर कर दिया। मुचाकी सोमड़ा उत्तर बस्तर डिवीजन प्रेस टीम का कमांडर है। इस नक्सली पर 3 लाख रुपए का इनाम भी घोषित है। वहीं, इसकी पत्नी मुचाकी सोमड़ी प्रेस टीम की सदस्य है।
पूना नर्कोम अभियान के तहत दो और नक्सली पोड़ियम रमेश और माड़वी मुड़ा ने भी आत्मसमर्पण किया है। इन्होंने पूना नर्कोम अभियान से प्रभावित होकर हथियार डाले हैं। नक्सली माड़वी मुड़ा प्लाटून नंबर 17 सेक्शन ‘ए’ सदस्य है। दूसरी ओर नक्सली पोड़ियम रमेश प्लाटून नंबर 4 का सदस्य है। इन दोनों नक्सलियों पर 2-2 लाख रुपए का इनाम घोषित किए गए हैं। बताया जा रहा है कि ये दोनों नक्सली हत्या, लूट, आगजनी समेत कई जघन्य अपराधों में शामिल रहे हैं।