छत्तीसगढ़ को स्वच्छता के मामले में एक बार फिर देश में सर्वश्रेष्ठ राज्य घोषित किया गया है। यह सूचना केंद्र सरकार की ओर से दी गई है। न केवल राज्य, बल्कि यहां के 61 निकायों को भी स्वच्छता में बेहतर प्रदर्शन के लिए पुरस्कार दिया जाने वाला है। केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तथा नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ शिव डहरिया को इस सूचना के साथ दिल्ली के लिए आमंत्रित किया है। यहां 20 नवंबर को पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
जानकारी के अनुसार, आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर स्वच्छता का अमृत महोत्सव आयोजित किया गया है। इसमें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद यह पुरस्कार देंगे। देश में छत्तीसगढ़ मात्र एक ऐसा अकेला राज्य होगा जहां के सबसे ज्यादा निकायों को इस साल स्वच्छता के मामले में पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
नगरीय प्रशासन विभाग के अफसरों के अनुसार, इससे पहले 2019-20 में भी छत्तीसगढ़ स्वच्छता के मामले में सबसे आगे रहा है। बता दें कि केन्द्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय हर वर्ष स्वच्छ सर्वेक्षण का आयोजन करता है। इस उपलब्धि के लिए सीएम भूपेश बघेल ने प्रदेश की जनता तथा सफाई कर्मचारियों के साथ विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों को शुभकामनाएं दी है।
जानिए आखिर क्यों बने सर्वश्रेष्ठ
छत्तीसगढ़ देश का अकेला ऐसा राज्य है जहां 9000 से ज्यादा स्वच्छता दीदियों के जरिए घर-घर जाकर 1600 टन गीला एवं सूखा कचरा इकट्ठा किया जाता है और फिर उसे डिस्पोज कर दिया जाता है।
इन निकायों को किया जाएगा पुरस्कृत
अंबिकापुर, रायपुर, भिलाई-चरौदा, बिरगांव, चिरमिरी, भाटापारा, कवर्धा, जशपुर नगर, दीपका, पाटन, दोरनापाल, चंद्रपुर, उतई, अभनपुर, सूरजपुर, भाटागांव, घरघोड़ा, किरोड़ीमल नगर, रायगढ़, छुरियाकला, कोरबा, बिलासपुर, राजनांदगांव, बेमेतरा, धमधा, अहिवारा, दुर्ग, भिलाईनगर, बालोद, चिखलाकसा, गोबरा नवापारा, कूंरा, सरायपाली, मगरलोड, बड़े बचेली, रिसाली, बैकुंठपुर, प्रेमनगर, अकलतरा, शिवरीनारायण, चांपा, खैरागढ़, छुरिया, डौंडी, कसडोल, माना-कैंप, राजिम, खरोरा, बसना तथा खम्हरिया।
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