बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में बिलासपुर जिले के चकरभाठा थाना क्षेत्र के कनेरी में शुक्रवार को एक पेड़ पर ससुर और उसकी बहू फांसी पर लटकते मिले। ग्रामीणों ने यह देखकर तुरंत घटना की जानकारी पुलिस को दी। फिर पुलिस ने लाश को पेड़ से उतार कर पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस के मुताबिक, दोनों के बीच प्रेम संबंध होने की बात सामने आ रही है। इस कारण से दोनों पिछले 4 महीनों से अपने गांव से गायब थे। सबसे अहम बात यह है कि दोनों ने आत्महत्या करने के लिए भी इसी गांव को चुना। दोनों ने यहां आकर फांसी लगा ली।
परिवार ने कहा- शर्म के मारे उठाया ऐसा कदम
जानकारी के मुताबिक, खेलू राम केवट(50) और उसके भतीजे की पत्नी गीता(35) के बीच कई दिनों से प्रेम संबंध चल रहा था। खेलूराम एक किसान था और इसी गांव में खेती करता था। उसके भतीजे का भी परिवार यहीं निवासरत था। परिवार को इनकी प्रेम कहानी का पता चल गया था। इस वजह से दोनों ने घर से भागने का निर्णय लिया। एक दिन मार्च में ससुर-बहू दोनों घर से गायब हो गए थे। इसके बाद से ही दोनों का कहीं अता-पता नहीं था। गांववालों ने आज इनकी लाशें ही देखीं।
पुलिस ने जब घरवालों से पूछताछ की तो उनके परिजनों ने कहा कि जब उनके रिश्ते का परिवार में पता चला उसके बाद परिवार में भी बहुत तनाव हुआ था। उन दोनों को समझाइश भी दी गई थी, किंतु वे नहीं माने और गांव छोड़कर चले गए। फिलहाल, परिजन और पुलिस यह मान रही है कि शर्म और आत्मग्लानि के कारण ही दोनों ने सुसाइड कर लिया होगा। मौके से कोई सुसाइड नोट या किसी तरह का और सामान नहीं मिला है।
गीता के दो और खेलूराम के 5 बच्चे
चकरभाठा थाना प्रभारी सुनील तिर्की ने बताया की गीता के दो छोटे -छोटे बच्चे(लड़के) है। एक 6 साल का है तो दूसरा 4 साल का। लेकिन गीता का पति मानसिक रूप से कमजोर है। अक्सर उसे मिर्गी के दौरे पड़ा करते थे। वह खेतों में मजदूरी का काम करता था। खेलूराम भी खेती किसानी का काम करता था। उसके 5 बड़े बड़े बच्चे है। बहुत साल पहले ही उसकी पत्नी की मौत हो चुकी है। गांव वालों के अनुसार, खेलूराम अपने भतीजे के परिवार की मदद करता रहता था और इसी दौरान गीता से उसका संबंध बना।
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