रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने साल 2022 का पहला दिन मजदूरों के नाम किया है। मुख्यमंत्री तड़के ही रायपुर के गांधी मैदान में स्थित चावड़ी पहुंचे। फिर उन्होंने मजदूरों को मिठाई खिलाई और उन्हें नए साल की शुभकामनाएं दी। बता दें कि मुख्यमंत्री हर साल अपने पहले दिन की शुरुआत चावड़ी में मजदूरों के साथ करते हैं।
इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मजदूरों को कंबल और मिठाई का पैकेट भेंट स्वरूप प्रदान किया। केवल इतना ही नहीं उन्होंने चावड़ी के भोजनालय में भोजन कर रहे मजदूरों से भी बात की। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, चावड़ी में लाेगाें को भरपेट भोजन मिल रहा है। स्वच्छता कर्मियों की कड़ी मेहनत की वजह से हमें पुरस्कार मिल रहे हैं। इन्हें ढेरों बधाई।
आगे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हमारे बुजुर्गों, हमारे पुरोधा, महापुरुषों के सपनों को साकार करना ही मेरे नए साल का संकल्प है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस मौके पर श्रमिक महिलाओं के लिए बड़ी राहत की घोषणा की। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि भगिनी प्रसूति सहायता योजना में सहायता राशि 10 हजार से बढ़ाकर 20 हजार रुपए की जाएगी। बता दें कि यह योजना भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल की तरफ से संचालित की जाती है।
अभिव्यक्ति एप किया लांच
इसके बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रायपुर पुलिस परेड मैदान के लिए रवाना हुए। यहां पहुँचने के बाद उन्होंने पुलिस कर्मियों के साथ नव वर्ष मिलन समारोह में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने महिला सुरक्षा के लिए बने “अभिव्यक्ति एप’ को भी लांच किया।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि इस एप की खास बात यह है कि इस ऐप में SOS बटन दबाते ही डायल 112 की टीम संबंधित महिला तक पहुंच जाएगी। इस ऐप के माध्यम से महिलाएं आपातकालन मदद मांग सकती हैं। यहां तक कि वे बिना थाने गए ही शिकायत दर्ज करा सकती हैं। वे सुरक्षा के संबंध में पुलिस को अपना सुझाव भी दे सकती हैं। बताया जा रहा है कि इस एप पर पिछले एक साल से काम चल रहा था।
पुलिस के काम को मिली सराहना
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, छत्तीसगढ़ में किसान और जवान दोनों ने काफी सराहनीय कार्य किया है और इसलिए उनकी जय-जय हो रही है। छत्तीसगढ़ पुलिस ने आम लोगों का विश्वास हासिल किया है। छत्तीसगढ़ पुलिस कालीचरण की गिरफ्तारी के लिए बधाई की पात्र है। पूरे देश ने हमारे जवानों की कुशलता को देखा है। मुझे इस बात की खुशी है कि हमने चुनौतियों को स्वीकार किया और सफलता भी हासिल किया।
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