रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ नगर निगम में सोमवार को कांग्रेस की महिला अध्यक्ष बरखा सिंह ने सभापति के चैंबर में बैठीं महिला पार्षद संजना शर्मा से मारपीट की। इस बीच बीचबचाव करने आए सभापति जयंत ठेठवार के साथ भी महिला अध्यक्ष ने गाली-गलौज की।
इसके बाद सभापति और अन्य पार्षद उन्हें किसी तरह से बाहर लेकर गए। मामले का एक वीडियो भी सामने आया है, मगर वीडियो में इतनी गंदी गालियां हैं कि उसे सुना भी नहीं सकते हैं।
असल में, मामला यह है कि नगर निगम का दस्ता महिला पार्षद संजना शर्मा के वार्ड में अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंचा हुआ था। इसपर पार्षद संजना शर्मा ने इसका विरोध जताया और कहा कि निगम को पहले नोटिस देना चाहिए था।
इसके बाद वह नगर निगम पंहुच गई और सभापति को मामले की जानकारी दे रही थीं। इसी बीच महिला कांग्रेस अध्यक्ष बरखा सिंह गुस्से में निगम पहुंच गई। सभापति के चैंबर में पहुंचकर उसने पार्षद संजना शर्मा से गाली-गलौज करनी शुरू कर दी।
सभापति के बीच-बचाव के बाद भी देती रहीं गालियां
जब पार्षद संजना ने इसका विरोध किया तो महिला अध्यक्ष ने उन्हें धक्का देकर गिरा दिया। यह देखकर सभापति जयंत ठेठवार और मौके पर मौजूद अन्य पार्षदों ने बीच-बचाव करने की कोशिश की। मगर महिला अध्यक्ष का गुस्सा शांत ही नहीं हुआ। उन्होंने संजना शर्मा को गंदी-गंदी गालियां देनी शुरू कर दी।
इसके बाद सभापति और अन्य पार्षद महिला अध्यक्ष बरखा सिंह को किसी तरह बाहर लेकर गए। लेकिन इसके बाद भी महिला अध्यक्ष की गालियों का सिलसिला खत्म ही नहीं हुआ।
ऐसे हुई विवाद की शुरुआत
विवाद की शुरुआत भाजपाइयों की शिकायत पर अतरमुड़ा इलाके में मंगलभवन के पीछे अवैध कब्जे को हटाने से हुई। BJP नेताओं ने निगम में यह शिकायत की थी कि नजूल जमीन पर अवैध निर्माण किया जा रहा है। शिकायत मिलने पर सोमवार को निगम की टीम में जाकर अतिक्रमण पर एक्सिवेटर चलाया और उसे तोड़ दिया।
इस पर इलाके की कांग्रेसी पार्षद संजना शर्मा ने निगम पर भाजपाइयों की शिकायत पर ज्यादा ध्यान देने और बिना नोटिस के तोड़फोड़ करने का आरोप लगाया।
यह है कांग्रेस अध्यक्ष के गुस्से की असली वजह
बरखा सिंह को महिला कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने के बाद बड़ी संख्या में महिला कांग्रेसियों ने विरोध कर वरिष्ठ कांग्रेसियों की अनदेखी का आरोप लगाकर बरखा को हटाए जाने की मांग की थी। जिन लोगों ने विरोध किया उनमें संजना शर्मा भी शामिल थीं।
बरखा ने बताया कि अतिक्रमण की शिकायत के बाद सभापति ने दोनों को निगम बुलाया था। जब वे पहुंचीं तो संजना कक्ष में बैठी मुस्कुरा रही थी।
घटना के बाद कांग्रेस के 22 पार्षद सभापति के चैंबर पहुंच गए। संजना ने कहा कि अगर बरखा के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो वे इस्तीफा दे देंगी। इसके बाद सारे पार्षदों ने कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शुक्ला को लिखित शिकायत कर महिला अध्यक्ष पर कार्रवाई करने और उन्हें बर्खास्त करने की मांग की।
फिर शाम को अध्यक्ष के साथ पार्षदों की बैठक की गई। अध्यक्ष ने दोनो पक्षों को सुना और हाईकमान से राय लेने के बाद आगे कार्रवाई की बात कही है।
महिला अध्यक्ष का इनकार
इस मामले में शहर महिला कांग्रेस अध्यक्ष बरखा सिंह ने गाली-गलौज होने की बात से साफ इनकार किया है। उन्होंने कहा कि सभापति चैंबर में संजना से हल्की बहस हुई थी, लेकिन अभद्र व्यवहार का जो आरोप लगाया जा रहा है वह सरासर गलत है। जिस जगह पर अतिक्रमण हटाया जा रहा था वहा मैं कोई मकान नहीं बना रही हूं।
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